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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से भूमि पूजन के सुझाव पर उद्धव ठाकरे पर जमकर बरसी VHP, कहा- हिंदुत्ववादी पार्टी के पतन का प्रतीक

विश्व हिंदू परिषद ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के उस बयान पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए होने वाले भूमि पूजन को वीडियो...

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से भूमि पूजन के सुझाव पर उद्धव ठाकरे पर जमकर बरसी VHP, कहा- हिंदुत्ववादी पार्टी के पतन का प्रतीक
नई दिल्ली, हिन्दुस्तान टाइम्स स्मृति काक रामाचंद्रनMon, 27 Jul 2020 06:53 PM
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विश्व हिंदू परिषद ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के उस बयान पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए होने वाले भूमि पूजन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से किया जाना चाहिए। विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि ठाकरे का बयान एक महान हिंदुत्ववादी पार्टी के पतन का प्रतीक है।

शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए इंटरव्यू में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन के कार्यक्रम पर सवाल उठाया था। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी समेत कई प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी। आलोक कुमार ने कहा, 'भूमि पूजन किसी भी निर्माण कार्य को शुरू करने से पहले एक आवश्यक और पवित्र अनुष्ठान है। हम धरती मां की पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हुए अनुमति लेते हैं।'

उन्होंने कहा कि स्वाभाविक तौर पर यह ऑनलाइन या फिर कॉन्फ्रेंस के जरिए से नहीं हो सकता था। देश कोरोना वायरस से संबंधित सभी सावधानियों के साथ अपनी सामान्य गतिविधियों से गुजर रहा है। सर्वोच्च न्यायालय ने प्रतीकात्मक रूप से श्री जगन्नाथ रथ यात्रा निकालने की अनुमति दी। श्री अमरनाथ यात्रा की रस्में भी निभाई गई हैं, हालांकि इस वर्ष यात्रा की अनुमति नहीं है। वहीं, आरएसएस से संबंधित विहिप राम जन्मभूमि आंदोलन में सबसे आगे थी।

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वहीं, कोरोना महामारी के दौरान आवश्यक प्रोटोकॉल बनाए रखने के बारे में चिंताओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि विहिप ने हमेशा स्पष्ट किया है कि भूमि पूजन 200 व्यक्तियों की भागीदारी को सीमित करके और सभी स्वास्थ्य और सुरक्षा निर्णायक के साथ किया जाएगा। ठाकरे की चिंताएं केवल दिखावा हैं। इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी महामारी के बीच मंदिर के निर्माण की शुरुआत के लिए एक सार्वजनिक समारोह आयोजित करने के फैसले की आलोचना की थी।

वहीं, मार्च में, ठाकरे ने अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर अयोध्या का दौरा किया था और एक भव्य मंदिर के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये के योगदान की भी घोषणा की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी पार्टी ने बीजेपी के साथ भागीदारी की है। वह हिंदुत्व के लिए प्रतिबद्ध हैं और बीजेपी व हिंदुत्व अलग हैं।

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