बची-खुची शिवसेना प्रमुख; सीट शेयरिंग की चर्चा के बीच कांग्रेस नेता का उद्धव ठाकरे पर तंज
संजय निरूपम आगे लिखते हैं, ''ऐसे में शिवसेना की तरफ से उम्मीदवार की घोषणा करना गठबंधन धर्म का उल्लंघन नहीं है क्या? या फिर कांग्रेस को नीचा दिखाने के लिए ऐसी हरकत जानबूझकर की जा रही है?''
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) दलों के बीच सीट बंटवारे की बातचीत चल ही रही है कि मुंबई के उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट के लिए शिवसेना (यूबीटी) ने अपने कैंडिडेट की घोषणा कर दी है। इसके लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने उद्धव ठाकरे की आलोचना की है। निरूपम ने उद्धव को बची-खुची शिवसेना प्रमुख कहते हुए तंज कसा है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''कल शाम बची-खुची शिवसेना के प्रमुख ने अंधेरी में उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से एमवीए का उम्मीदवार घोषित कर दिया। रात से ही फोन आ रहे हैं। ऐसा कैसे हो सकता है? एमवीए की दो दर्जन मीटिंग होने के बावजूद अभी तक सीट शेयरिंग पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। जो 8-9 सीटें पेंडिंग हैं, उनमें यह सीट भी है। कांग्रेस के उन साथियों ने मुझे इसकी जानकारी दी है जो सीट शेयरिंग की बैठकों में हिस्सा ले रहे हैं।''
संजय निरूपम आगे लिखते हैं, ''ऐसे में शिवसेना की तरफ से उम्मीदवार की घोषणा करना गठबंधन धर्म का उल्लंघन नहीं है क्या? या फिर कांग्रेस को नीचा दिखाने के लिए ऐसी हरकत जानबूझकर की जा रही है? कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को हस्तक्षेप करना चाहिए।''
कांग्रेस नेता ने कहा कि शिवसेना की तरफ से जिस उम्मीदवार का नाम प्रस्तावित किया गया है,वह कौन है? उन्होंने कहा, ''वह खिचड़ी स्कैम का घोटालेबाज है। उन्होंने खिचड़ी सप्लायर से चेक में रिश्वत ली है। खिचड़ी स्कैम क्या है? कोविड के जमाने में मजबूर प्रवासी मजदूरों को बीएमसी की तरफ से मुफ्तत भोजन उपलब्ध कराने का सराहनीय कार्यक्रम था। गरीबों को खाना खिलाने के स्कीम में से शिवसेना के प्रस्तावित उम्मीदवार ने कमीशन खाया है।''
निरूपम आगे लिखते हैं, ''ED पूरे मामले की जांच कर रही है। क्या ऐसे घोटालेबाज उम्मीदवार के लिए कांग्रेस और शिवसेना के कार्यकर्ता प्रचार करेंगे? दोनों पार्टी के नेतृत्व से विनम्रतापूर्वक मेरा यह सवाल है?''
आपको बता दें कि अमोल कीर्तिकर के पिता गजानन कीर्तिकर उसी निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा सांसद हैं और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी शिवसेना गुट से जुड़े हैं।