BJP नेता देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के सवाल पर बोले संजय राउत, हम दुश्मन नहीं
शिवसेना सांसद संजय राउत ने बताया है कि आखिर उन्होंने शनिवार को मुंबई के एक होटल में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि मैं कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के...

शिवसेना सांसद संजय राउत ने बताया है कि आखिर उन्होंने शनिवार को मुंबई के एक होटल में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि मैं कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए देवेंद्र फड़नवीस से मिला। वह पूर्व सीएम हैं और इसके अलावा, वह महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता हैं और भाजपा के बिहार प्रभारी हैं। आपको बता दें कि इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया था।
संजय राउत ने इस मुलाकात पर कहा था कि हमारे बीच वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम दुश्मन नहीं हैं। सीएम को हमारी बैठक के बारे में पता था। राउत ने मुंबई के एक होटल में फडणवीस से मुलाकात की थी। राउत पिछले साल विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बंटवारे के फार्मूले को लेकर भाजपा विरोधी रुख के लिए सुर्खियों में थे।
I met Devendra Fadnavis yesterday to discuss certain issues. He is a former CM. Also, he's the leader of opposition in Maharashtra & #BiharPolls-in charge of BJP. There can be ideological differences but we are not enemies. CM was aware about our meeting: Sanjay Raut, Shiv Sena pic.twitter.com/6OdXCbWWMt
— ANI (@ANI) September 27, 2020
राउत ने कहा कि एनडीए के मजबूत स्तंभ शिवसेना और अकाली दल थे। शिवसेना को मजबूरन एनडीए से बाहर निकलना पड़ा, अब अकाली दल निकल गया। एनडीए को अब नए साथी मिल गए हैं, मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। जिस गठबंधन में शिवसेना और अकाली दल नहीं हैं मैं उसको एनडीए नहीं मानता।
वहीं महाराष्ट्र भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि इस मुलाकात के कोई राजनीतिक मायने नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया कि राउत ने (शिवसेना के मुखपत्र) सामना के लिए फडणवीस का साक्षात्कार लेने की इच्छा व्यक्त की थी और इसी बारे में चर्चा करने के लिए यह मुलाकात हुई थी।
प्रवक्ता ने कहा कि फडणवीस ने राउत से कहा है कि वह बिहार में चुनाव प्रचार करके लौटने के बाद उन्हें साक्षात्कार देंगे। इस भेंट का कोई राजनीतिक संदर्भ नहीं है। शिवसेना और भाजपा ने पिछले साल विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था, लेकिन चुनाव के बाद सत्ता में साझेदारी को लेकर उद्धव ठाकरे नीत पार्टी भाजपा का साथ छोड़ गई थी और राकांपा तथा कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली थी।