Shinde accepted demand on Maratha reservation protest end Jarange Patil announcement आधी रात को शिंदे सरकार से क्या समझौता हुआ, जिससे एक झटके में खत्म मराठा आंदोलन, Maharashtra Hindi News - Hindustan
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आधी रात को शिंदे सरकार से क्या समझौता हुआ, जिससे एक झटके में खत्म मराठा आंदोलन

उन्होंने कहा कि अब तक जिन 54 लाख लोगों के कुनबी होने का प्रमाण मिला है, उन सभी को कुनबी प्रमाण पत्र देने के लिए सरकार तैयार हो गई है। उन्होंने कहा, "हमारी लड़ाई के लिए 54 लाख प्रविष्टियां मिलीं।''

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तान, मुंबई।Sat, 27 Jan 2024 09:54 AM
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आधी रात को शिंदे सरकार से क्या समझौता हुआ, जिससे एक झटके में खत्म मराठा आंदोलन

मराठा आरक्षण की मांग करते हुए आंदोलन कर रहे मनोज जारांगे पाटिल ने कहा कि है कि महाराष्ट्र सरकार ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने अपनी भूख हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी है। पाटिल ने कहा, "मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अच्छा काम किया है। हमारा विरोध अब खत्म हो गया है। हमारा अनुरोध स्वीकार कर लिया गया है। हम उनका पत्र स्वीकार करेंगे। मैं शनिवार को मुख्यमंत्री के हाथों जूस पीऊंगा।" उन्होंने शुक्रवार रात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ये बातें कही हैं।

उन्होंने कहा कि अब तक जिन 54 लाख लोगों के कुनबी होने का प्रमाण मिला है, उन सभी को कुनबी प्रमाण पत्र देने के लिए सरकार तैयार हो गई है। उन्होंने कहा, "हमारी लड़ाई के लिए 54 लाख प्रविष्टियां मिलीं। उन्हें जल्द ही प्रमाणपत्र दिया जाएगा।"

आपको बता दें कि मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे ने इससे पहले शुक्रवार को कहा था कि जब तक समुदाय को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण नहीं मिल जाता, वह अपना आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे। जरांगे एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद नवी मुंबई के वाशी इलाके में शिवाजी चौक पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अब मराठों के लिए सरकार से मुफ्त शिक्षा की मांग की है।

मनोज जरांगे ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें कुछ दस्तावेज दिए हैं जिन पर वह अपने समर्थकों के साथ चर्चा करके अपनी भविष्य की रणनीति की घोषणा करेंगे। जरांगे ने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ मुंबई पहुंचकर आंदोलन की चेतावनी दी है, जबकि सरकार उन्हें मुंबई न आने के लिए राजी करने की कोशिश कर रही है। उधर, राज्य के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने संवाददाताओं से कहा कि जरांगे की मांगें मान ली गई हैं और उन्हें सरकारी प्रक्रिया के अनुसार पूरा किया जाएगा। उधर, मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार सीएम शिंदे ने मांगों पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की और बाद में जरांगे से मिलने के लिए एक मसौदा अध्यादेश के साथ एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है।

नवी मुंबई में जमे हैं आंदोलनकारी
इससे पूर्व जरांगे हजारों समर्थकों के साथ शुक्रवार को नवी मुंबई पहुंच गए। जरांगे और मराठा आरक्षण की मांग करने वाले अन्य कार्यकर्ता सुबह लगभग पांच बजे मोटरसाइकिल, कार, जीप, टेम्पो और ट्रक से मुंबई के बाहरी इलाके में कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) पहुंचे। जरांगे ने अपने समर्थकों के साथ आजाद मैदान में भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी है। प्रदर्शनकारी मराठा समुदाय के लिए कुन्बी (अन्य पिछड़ा वर्ग) दर्जे की मांग कर रहे हैं।

जरांगे से मिले वरिष्ठ पुलिस अधिकारी
मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम ने शुक्रवार को मनोज जरांगे से नवी मुंबई में मुलाकात की। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जारांगे ने कहा कि मराठा आंदोलनकारी पुलिस के साथ सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।