पुणे स्थित भारतीय सीरम संस्थान (सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) के मंजरी परिसर में एक भवन में बृहस्पतिवार को आग लग गई, जिसके बाद वहां से चार लोगों को बाहर निकाला गया, जबकि पांच शव भी मिले हैं। पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने यह जानकारी दी। वहीं महाराष्ट्र सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीरम घटना में मारे गए लोगों के लिए दुख प्रकट किया है।
राहत की थोड़ी बात यह रही कि आग कोरोना वायरस टीका निर्माण इकाई से दूर लगी है, लिहाजा 'कोविशील्ड' टीकों के निर्माण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। मोहोल ने कहा, "यहां पहले 4 लोगों के फंसे होने की आशंका थी, उन्हें सुरक्षित निकाला गया। परन्तु बाद में पता चला कि जो फ्लोर पूरी तरह से जलकर राख हो गया उसमें 5 लोगों के शव को निकाला गया है।"
The five people who died, were perhaps the workers at the under-construction building. The cause of the fire is yet to be ascertained but it is being speculated that welding, that was going on at the building, caused the fire: Pune Mayor Murlidhar Mohol#SerumInstituteofIndia https://t.co/KmSngS3TI6
— ANI (@ANI) January 21, 2021
पुलिस उपायुक्त नम्रता पाटिल ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि अपराह्न करीब पौने तीन बजे सीरम संस्थान के परिसर में स्थित एसईजेड 3 भवन के चौथे और पांचवें तल पर आग लग गई। कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम के लिए 'कोविशील्ड टीके का निर्माण सीरम संस्थान के मंजरी केन्द्र में ही किया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि जिस भवन में आग लगी वह सीरम केन्द्र की निर्माणाधीन साइट का हिस्सा है और कोविशील्ड निर्माण इकाई से एक किमी दूर है, इसलिए आग लगने से कोविशील्ड के निर्माण पर कोई असर नहीं पड़ा है।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। पुणे पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने कहा कि जिस भवन में आग लगी, उसमें फंसे सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। घटना में कोई घायल नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ''आग बुझाने वाले पानी के 15 टैंकरों को काम में लगाया गया और शाम करीब साढ़े चार बजे उसपर काबू पा लिया गया।'' अधिकारी ने कहा, ''आग लगने का कारण अभी पता नहीं चला है। फर्नीचर, तार, कैबिन जलकर राख हो गए हैं। जहां आग लगी, उन तलों पर कोई महत्वपूर्ण मशीनरी अथवा उपकरण नहीं रखे थे।''
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई में पत्रकारों से कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार बिजली संबंधी खामी के चलते आग लगी। ठाकरे ने कहा, ''प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग वहां नहीं लगी जहां कोविड-19 टीकों का निर्माण किया जा रहा है बल्कि उस इकाई में लगी है जहां बीसीजी टीके बनाए जा रहे हैं।''
वहीं, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि राज्य सरकार ने आग की जांच के आदेश दिए हैं। पवार ने कहा, "मैंने पुणे नगर निगम से घटना के बारे में जानकारी ली है और इस घटना की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया गया है।" उन्होंने कहा कि आग लगने के कारण वहां टीके बनाने की प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्थानीय प्रशासन से आग को नियंत्रण में लाने को कहा है। उनके कार्यालय द्वारा किए गए ट्वीट में उन्होंने कहा कि वह पुणे नगर आयुक्त के संपर्क में हैं।
मोदी ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग लगने से हुई मौतों पर दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग लगने से पांच लोगों की हुई मौत की घटना को ''दुर्भाग्यपूर्ण" करार देते दुख प्रकट किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से हुई मौतों पर दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"