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Hindi News महाराष्ट्ररेप के आरोप में 17 माह जेल में काटे, बच्चे की DNA रिपोर्ट आने पर मिली जमानत, जानें पूरा मामला

रेप के आरोप में 17 माह जेल में काटे, बच्चे की DNA रिपोर्ट आने पर मिली जमानत, जानें पूरा मामला

25 साल के एक युवक को अपने पड़ोस में रहने वाली एक ऐसी लड़की के बालात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया जो न बोल सकती थी और सुन सकती थी।बता दें कि रेस्त्रां में काम करने वाले इस युवक पर लड़की का...

रेप के आरोप में 17 माह जेल में काटे, बच्चे की DNA रिपोर्ट आने पर मिली जमानत, जानें पूरा मामला
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीMon, 25 Jan 2021 10:11 AM
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25 साल के एक युवक को अपने पड़ोस में रहने वाली एक ऐसी लड़की के बालात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया जो न बोल सकती थी और सुन सकती थी।बता दें कि रेस्त्रां में काम करने वाले इस युवक पर लड़की का बालात्कर उसे गर्भवति करने का आरोप था। लेकिन, जब लड़की के गर्भ पल रहे बच्चे का डीएनए टेस्ट कराया ता हैरान करने वाला नतीजा सामने आया। डीएनए की रिपोर्ट में पता चला कि वो व्यक्ति बच्चे का पिता नहीं था। 25 साल का वयक्ति 17 महीनों से जेल में था। डीएनए की रिपोर्ट के नतीजे को देखते हुए अदालत ने उसे जमानत देदी।

रिपोर्ट और दोनों पक्षों की दलीलों के बाद, अदालत ने यह कहते हुए उस व्यक्ति को जमानत दे दी, "योग्यता के आधार पर मामले को तय करने में समय लगेगा डीएनए रिपोर्ट को देखते हुए, उसकी पार्थना को अनुमति देने की जरूरत है।"

क्या है पूरा मामला?

एक विशेष स्कूल में पढ़ने वाली, जो न बोल सकती है और जो न सुन सकती है। उसने पेट दर्द की शिकायत की. जुलाई 2019 में जब वह स्कूल में थीं तब उसने पेट दर्द की शिकायत की। परिवार लड़की को अस्पताल ले गया। वहां पता चला कि लड़की गर्भवति है।

जब लड़की से सवाल किए गए तो उसने बताया कि उसके पड़ोसी ने उसके साथ दो बार बलात्कार किया। इसके बाद मुंबई पुलिस ने मामले की जांच की और चार्जशीट दायर की। 

आरोपी ने अपनी जमानत के लिए याचिका दायक की लेकिन उसे खारिज कर दिया गया क्योंकि मामले की जांच तब भी चल रही थी। डीएनए की रिपोर्ट आऩे के बाद आरोपी ने एक और अर्जी दी जिसमें कहा गया कि उसे झूठे आरोप में फंसाया गया है।

अभियोजन पक्ष ने यह कहते हुए याचिका का पुरजोर विरोध किया कि यदि अभियुक्त को जमानत दी जाती है, तो ऐसी संभावना थी कि अभियुक्त अभियोजन पक्ष के साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करेगा। लेकिन कोर्ट ने डीएनए रिपोर्ट के नतीजे को देखने के बाद लड़के को जमानत देदी जिसमें पता चला था कि लड़की के गर्भ पल रहा बच्चा उसका नहीं है।  

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