महाराष्ट्र: अस्पतालों का चक्कर काटती रही गर्भवती आदिवासी महिला, समय पर इलाज नहीं मिलने के बाद मौत
महाराष्ट्र के पालघर के जवाहर में एक 35 साल की एक आदिवासी गर्भवती महिला की मौत का मामला सामने आया है। मौते पीछे समय पर इलाज नहीं मिलना बताया जा रहा है। महिला को इलाज के लिए नासिक सिविल हॉस्पिटल ले...
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महाराष्ट्र के पालघर के जवाहर में एक 35 साल की एक आदिवासी गर्भवती महिला की मौत का मामला सामने आया है। मौते पीछे समय पर इलाज नहीं मिलना बताया जा रहा है। महिला को इलाज के लिए नासिक सिविल हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दी।
घटना को लेकर अधिकारियों ने कहा कि धाबेरी की रहने वाली रेख पोटिंगा नाम की महिला को शनिवार दोपहर प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद उसे सबसे पहले सखरसेठ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां, डॉक्टरों ने पतंगशाह मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी।
वहां, से शाम को महिला को नासिक के सिविल अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई और फिर रविवार को करीब एक बजे उसने भी दम तोड़ दिया। शव को जवाहर ले जाने के लिए मौके पर कोई एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं थी। संयोग से श्रमजीवी संगठन संगठन से जुड़ी सामाजिक कार्यकर्ता सीता घाटल के हस्तक्षेप के बाद उनके शरीर को वापस जवाहर ले जाया गया।
पालघर जिला परिषद के सीईओ सिद्धराम सलीमठ ने कहा कि इस घटना से उनको काफी दुख पहुंचा है और वह जिला और तालुका के स्वास्थ्य अधिकारियों (डीएचओ और टीएचओ) से इसके बारे में बातचीत करेंगे।