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Hindi News महाराष्ट्रऐसे रोकेंगे ओमिक्रॉन को? 15 दिन में अफ्रीकी देशों से मुंबई आए 1000 यात्री, 100 की जांच मगर 534 की लिस्ट अब भी मिसिंग

ऐसे रोकेंगे ओमिक्रॉन को? 15 दिन में अफ्रीकी देशों से मुंबई आए 1000 यात्री, 100 की जांच मगर 534 की लिस्ट अब भी मिसिंग

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई पर ओमिक्रॉन वेरिएंट का खतरा मंडरा रहा है। जहां से ओमिक्रॉन वेरिएंट का विस्फोट हुआ है, वहीं मायानगरी में बीते 15 दिनों में करीब एक हजार यात्री आए हैं, मगर हैरान की बात है...

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भाषा,मुंबईTue, 30 Nov 2021 12:27 PM

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महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई पर ओमिक्रॉन वेरिएंट का खतरा मंडरा रहा है। जहां से ओमिक्रॉन वेरिएंट का विस्फोट हुआ है, वहीं मायानगरी में बीते 15 दिनों में करीब एक हजार यात्री आए हैं, मगर हैरान की बात है कि इनमें से महज 100 लोगों की ही जांच की गई है। मुंबई में पिछले 15 दिन में उन अफ्रीकी देशों से करीब 1,000 यात्री आए हैं, जहां कोरोना वायरस के नए वरिएंट और अधिक संक्रामक 'ओमिक्रॉन' के मामले सामने आ रहे हैं। बता दें कि यह वेरिएंट पहली बार दक्षिण अफ्रीका में ही पाया गया। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अतिरिक्त नगरपालिका आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि अभी तक जिन 466 यात्रियों की सूची मिली है, उनमें से कम से कम 100 की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है।

डब्लूएचओ ने किया है आगाह

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को आगाह किया था कि प्रारंभिक साक्ष्य के आधार पर वायरस के नए स्वरूप 'ओमीक्रोन' से विश्व को काफी खतरा है और इसके 'गंभीर परिणाम' हो सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने सदस्य देशों को एक तकनीकी ज्ञापन जारी करते हुए कहा कि नए स्वरूप के बारे में 'काफी अनिश्चितता' बनी हुई है। इस नए स्वरूप का पहला मामला दक्षिणी अफ्रीका में सामने आया था।

बीएमसी के पास महज 466 यात्रियों की सूची

बीएमसी अतिरिक्त नगरपालिका आयुक्त काकानी ने कहा कि इन तमाम चिंताओं के बीच हवाई अड्डा अधिकारियों ने हमें बताया कि पिछले 15 दिन में अफ्रीकी देशों से करीब 1,000 यात्री आए हैं, लेकिन अभी तक 466 यात्रियों की सूची  दी गई है। काकानी ने कहा, '466 यात्रियों में से 100 के नमूने लिए गए हैं। उनकी रिपोर्ट जल्द ही आएगी। उसके बाद ही उनके संक्रमित होने या ना होने का पता चल पाएगा। अगर वे संक्रमित नहीं होंगे तो कोई चिंता की बात नहीं, लेकिन संक्रमित लोगों के नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी। साथ ही, 'ओमीक्रोन' का तुरंत पता लगाने के लिए डब्ल्यूएचओ के सुझाव के तहत एस-जीन संबंधी जांच की जाएगी।'

अधिकारी ने बताया कि 'एस-जीन' यदि किसी नमूनें मे नहीं पाया गया तो ऐसा माना जा सकता है कि वह यात्री ओमिक्रॉन से संक्रमित है। हालांकि, इसकी पुष्टि 'जीनोम सीक्वेंसिंग' से ही की जाएगी। उन्होंने बताया कि संक्रमित पाए जाने वाले सभी यात्रियों को महानगरपालिका के संस्थागत पृथक-वास केन्द्र सेवन हिल्स अस्पताल में रखा जाएगा, चाहे उनमें कोई लक्षण हो या ना हो।

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