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हिंदी न्यूज़ महाराष्ट्र ट्रेन से जानवरों के टकराने से हो रहा बड़ा नुकसान, 622 किलोमीटर लंबे रूट पर बैरियर लगाएगा रेलवे

ट्रेन से जानवरों के टकराने से हो रहा बड़ा नुकसान, 622 किलोमीटर लंबे रूट पर बैरियर लगाएगा रेलवे

जानवरों के ट्रेनों से टकराने की वजह से ना सिर्फ रेलवे को नुकसान होता है बल्कि जानवर के मालिकों को भी नुकसान होता है। ऐसे हादसे रोकने के लिए रेलवे ने मेटल बैरियल लगाने का काम शुरू कर दिया है।

 ट्रेन से जानवरों के टकराने से हो रहा बड़ा नुकसान, 622 किलोमीटर लंबे रूट पर बैरियर लगाएगा रेलवे
Ankit Ojhaएजेंसियां,मुंबईMon, 30 Jan 2023 10:45 AM

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मुंबई-अहमदाबाद रूट पर कई बार वंदेभारत एक्सप्रेस से जानवर टकरा गए जिसकी वजह से इंजन को अच्छा-खासा नुकसान हुआ। अब रेलवे ने इन हादसों को रोकने का रास्ता निकाल लिया है। 620 किलोमीटर से ज्यादा लंबे इस रूट पर पश्चिम रेलवे ने मेटल  बैरियर बनाने का काम शुरू कर दिया है। पश्चिम रेलवे के मुख्य प्रवक्ता सुमित ठाकुर ने कहा कि अभी अंकलेश्वर से भूरूच तक मेटल फेंसिंग बीम लगाने का काम शुरू किया गया है। बता दें कि जानवरों के टकराने की वजह से ना केवल इंजन को नुकसान पहुंचता है बल्कि रास्ता भी बाधित हो जाता है और ट्रेनें लेट हो जाती हैं।

पिछले साल पीएम मोदी ने मुंबई और गांधीनगर के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। तब से कई बार जानवरों के टकराने की वजह से ट्रेन को नुकसान पहुंच चुका है। ठाकुर ने कहा कि 622 किलोमीटर लंबे रूट को कवर करने में कम से कम 245.26 करोड़ रुपेय की लागत आएगी। उन्होंने कहा, सभी आठ टेंडर दे दिए गए हैं और फेंसिंग का काम चल रहा है। काम तेजी से चल रहा है और अगले 4-5 महीने में पूरा हो सकता है। 

उन्होंने कहा, एक बार प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद जानवरों को बचाने और ट्रेनों का नुकसान कम करने में मदद मिलेगी। पश्चिम रेलवे के मुंबई हेडक्वार्टर के मुताबिक गार्डरेल स्टील की बनाई गई है। इसमें दो W बीम लगाई जाएंगी। इस तरह की फेंसिंग का इस्तेमाल हाइवे और एक्सप्रेसवे के किनारे भी किया जाता है। जहां दुर्घटना संभावित क्षेत्र होता है वहां इस तरह के इंतजाम होते हैं जिससे कि पैदल चलने वालों और वाहन वालों दोनों की सुरक्षा हो सके। 

पश्चिम रेलवे का कहा है कि जानवरों की वजह से ट्रेनों के संचालन में दिक्कत आती है। इससे रेलवे की संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ है। इसके अलावा जावनरों की जान जाती है और उनके मालिकों का भी नुकसान होता है। ठाकुर ने कहा, आरपीएफ के जवानों ने सरपंचों के साथ बैठक करके उन्हें भी कुछ सुझाव दिए हैं। पश्चिम रेलवे ने अपील की है कि लोग अपने जानवरों को रेलवे ट्रैक के आसपास ना आने दें।