महाराष्ट्र सियासी हलचल LIVE Updates: उद्धव ठाकरे कर रहे हैं गठबंधन के सहयोगियों संग बैठक
कोरोना वायरस महामारी के बीच एक बार फिर से महाराष्ट्र में सियासी संकट के संकेत मिलने लगे हैं। कोविड-19 महामारी की तबाही से सबसे अधिक जूझ रहे महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। महाराष्ट्र में...
कोरोना वायरस महामारी के बीच एक बार फिर से महाराष्ट्र में सियासी संकट के संकेत मिलने लगे हैं। कोविड-19 महामारी की तबाही से सबसे अधिक जूझ रहे महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। महाराष्ट्र में जारी कई तरह की सियासी अटकलों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने आधिकारिक निवास वर्षा में सरकार में सहयोगी दलों की बैठक बुलाई है, जो अभी जारी है।
उद्धव ठाकरे के आवासा पर फिलहाल महाअघाड़ी विकास सहयोगियों की बैठक जारी है। इस बैठक पर सबकी नजरें टिकी हैं कि आखिर इस बैठक में किन-किन मुद्दों पर बातचीत हो रही है। सरकार पर किसी तरह का संकट है या नहीं, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, मगर बीते कुछ दिनों से जो सियासी हलचल देखने को मिल रही है, उससे एक बात तो स्पष्ट है कि महाराष्ट्र में गठबंधन के बीच सबकुछ ठीक तो नहीं ही है।
Mumbai: Meeting of Maha Vikas Aghadi begins at CM & Shiv Sena Chief Uddhav Thackeray's Varsha bungalow residence. https://t.co/G1GYyTIGWT
— ANI (@ANI) May 27, 2020
हालांकि, सोमवार की सुबह में एनसीपी प्रमुख शरद पवार का राज्य के राज्यपाल कोशियारी से मिलना और फिर शाम में उद्धव ठाकरे के साथ करीब 1.30 घंटे की मुलाकात इस बात की ओर इशारा जरूर कर रही है कि महाराष्ट्र में कुछ सियासी खिचड़ी जरूर पक रही है। मगर शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को सभी अटकलों का खारिज किया और कहा कि उद्धव सरकार मजबूत है और कोई संकट नहीं है।
वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर और कांग्रेस नेता नाना पटोले ने राज्य में किसी भी राजनीतिक उठापटक की संभावना से इनकार किया। उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थिति को लेकर इस समय मीडिया में जो भी बातें हो रही हैं, वैसा कुछ भी नहीं है। इस वक्त हम केवल कोरोना वायरस से लड़ने की दिशा में ही काम कर रहे हैं। हम भारत सरकार के सभी गाइडलाइन्स को फॉलो कर रहे हैं।'
महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा तबाही मचा रखी है। यहां कोविड-19 के कुल 54758 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं, जो किसी भी राज्य से कई गुना अधिक है। इनमें से 16954 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें छुट्टी दे दी गई है। इस राज्य में अब तक सबसे अधिक 1792 लोगों की जान जा चुकी है।