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महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगना लगभग तय, टास्क फोर्स संग अहम बैठक के बाद उद्धव सरकार ले सकती है फैसला

कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कहर के बीच महाराष्ट्र में लॉकडाउन का लगन करीब-करीब तय हो गया है। फिलहाल वीकेंड लॉकडाउन का सामना कर रहे महाराष्ट्र में जिस रफ्तार से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, उसे देखते...

महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगना लगभग तय, टास्क फोर्स संग अहम बैठक के बाद उद्धव सरकार ले सकती है फैसला
हिन्दुस्तान टीम,मुंबईSun, 11 Apr 2021 06:10 AM
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कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कहर के बीच महाराष्ट्र में लॉकडाउन का लगन करीब-करीब तय हो गया है। फिलहाल वीकेंड लॉकडाउन का सामना कर रहे महाराष्ट्र में जिस रफ्तार से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए उद्धव सरकार आज कंप्लीट लॉकडाउन के फैसले पर मुहर लगा सकती है। उद्धव सरकार का मानना है कि कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिए राज्य में पूर्ण पाबंदी जरूरी है। आज यानी रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कोविड-19 टास्क फोर्स के साथ एक अहम बैठक करेंगे और फिर बैठक के बाद लॉकडाउन के फैसले पर अंतिम मुहर लगाई जा सकती है। 

बताया जा रहा है कि आज की कोविड-19 टास्क फोर्स की बैठक में ही कंप्लीट लॉकडाउन की अवधि को लेकर भी फैसला होगा। कितने दिनों का लॉकडाउन होगा और इस दौरान क्या-क्या छूट रहेंगी और क्या-क्या पाबंदियों के जद में रहेंगे, इन सब पर आज मुख्यमंत्री के साथ टास्क फोर्स की बैठक में फैसला होगा। दरअसल, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। सूत्रों ने बताया कि उद्धव ठाकरे ने बैठक में यह साफ संकेत दे दिया कि कोरोना पर काबू पाने के लिए अब कोई और चारा नहीं बचा है और कंप्लीट लॉकडाउन लगाना ही होगा। हालांकि, विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने इसका विरोध किया। इसके बाद तय किया गया कि रविवार को टास्क फोर्स की बैठक में लॉकडाउन पर आखिरी फैसला लिया जाएगा। 

बैठक के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने संवाददाताओं को बताया कि कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि रविवार को टास्क फोर्स की बैठक होगी जिसमें लॉकडाउन लगाने पर फैसला लिया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बैठक के बाद कहा, 'सख्त प्रोटोकॉल के बावजूद कोविड-19 के केस बढ़ रहे हैं, आने वाले दिनों में स्वास्थ्य ढांचे पर और दबाव बढ़ सकता है। मुख्यमंत्री कल टास्क फोर्स के साथ बैठक करेंगे, जिसके बाद आगे का फैसला लिया जाएगा।'

वहीं, कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री असलम शेख ने कहा, 'सरकार लॉकडाउन से बचना चाहती है इसलिए सख्त पाबंदियां और वीकेंड लॉकडाउन लगाना पड़ा। लेकिन इनका कोरोना केसों पर कोई असर नहीं दिख रहा है।' बता दें कि कोरोना पर काबू पाने के लिए सरकार पहले ही पूरे राज्य में वीकेंड लॉकडाउन लगा चुकी है तो अन्य दिनों में नाइट कर्फ्यू लागू है। वीकेंड लॉकडाउन शुक्रवार रात 8 बजे शुरू हुआ और सोमवार को सुबह 7 बजे तक लागू रहेगा। मुंबई, नागपुर, पुणे, औरंगाबाद जैसे शहरों में कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है।  

महाराष्ट्र सरकार ने इससे पहले कई बार चेतावनी दी थी कि यदि लोगों ने कोरोना नियमों का पालन नहीं किया और केस बढ़ते रहे तो लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि यदि राज्य में कोरोना संक्रमण का फैलना नहीं रुका तो लॉकडाउन से नहीं बचा जा सकता है। उन्होंने कहा, ''हमें 15 दिन या तीन सप्ताह के संपूर्ण लॉकडाउन की आवश्यकता होगी, जबकि मैं इसके पक्ष में नहीं हूं। यदि अस्पतालों पर दबाव बढ़ जाता है, दवाओं की कमी हो जाती है तो इस तरह के कदम उठाने पड़ेंगे।'' 

राज्य में पिछले कई दिनों से 50 हजार से अधिक कोरोना केस सामने आ रहे हैं। बुधवार को राज्य में सर्वाधिक 59,907 केस सामने आए। यह महामारी की शुरुआत के बाद से 24 घंटे में मिले केसों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। देश में सबसे अधिक कोरोना केस महाराष्ट्र में ही सामने आ रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से बताया गया है कि देश के 10 जिलों में 45 फीसदी से अधिक एक्टिव केस हैं, इनमें से 6 महाराष्ट्र से हैं।  

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