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महाराष्ट्र: हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्क्स को दिया जाए बूस्टर डोज, चिकित्सकों की राय

महाराष्ट्र में चिकित्सकों ने सलाह दी है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज भी दी जानी चाहिए। महाराष्ट्र में चिकित्सकों ने सलाह दी है कि वैक्सीन हेल्थकेयर और फ्रंट लाइन वर्क्स को...

महाराष्ट्र: हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्क्स को दिया जाए बूस्टर डोज, चिकित्सकों की राय
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीTue, 23 Nov 2021 08:19 PM

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महाराष्ट्र में चिकित्सकों ने सलाह दी है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज भी दी जानी चाहिए। महाराष्ट्र में चिकित्सकों ने सलाह दी है कि वैक्सीन हेल्थकेयर और फ्रंट लाइन वर्क्स को दिया जाना चाहिए। न्यूज एजेंसी 'PTI' से बातचीत में बॉम्बे अस्पताल के कंसल्टेन्ट फिजिशियन डॉक्टर गौतम भंसाली ने कहा कि जिन लोगों ने 6-8 महीने पहले वैक्सीन लिया था उन लोगों के शरीर पर एंटीबॉडी का प्रभाव घटता है।  

उन्होंने कहा, 'जिन लोगों ने 6-8 महीने पहले वैक्सीन का दूसरा डोज लिया है उनके शरीर में एंटीबॉडी की संख्या कम होती जा रही है। हमें हेल्थकेयर वर्क्स और फ्रंटलाइन वर्क्स को वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जानी चाहिए।' उन्होंने कहा कि जो लोग को-मॉरबिड कंडीशन में हैं उन्हें भी इसी तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें बूस्टर डोज दिया जाना चाहिए। 
         
यूरोपिय देशों में कोविड-19 का असर फिर से दिख रहा है। अब हम चूकि कोविड से जुड़ी प्रतिबंधों में राहत दे रहे हैं, तो हमें भी इस तरह की लहर के लिए तैयार रहना चाहिए। फरवरी और मार्च 2022 तक कोरोना की ऐसी लहर देखने को मिल सकती है। पैनिक होने के बजाए हमें भारत में तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी करनी चाहिए।

यह स्थापित हो चुका है कि वैक्सीन की डोज इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करती है और इन्फेक्शन में सभी यह रक्षा करता है। अगर हम बूस्टर डोज के बारे में सोचते हैं तो यह अच्छा होगा। महाराष्ट्र स्टेट कोविड-19 टास्क फोर्स के एक सदस्य ने कहा कि वैक्सीन के डोज मौजूद हैं और हमें इसका इस्तेमाल अपनी जिंदगी को सुरक्षित करने के लिए करना चाहिए। 
 

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