शिंदे सरकार ने पलटा पूर्व की उद्धव सरकार का फैसला, पार्क से हटाया टीपू सुल्तान का नाम
सरकार ने अभी तक बगीचे के नए नाम का खुलासा नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक, यह फैसला इसलिए लिया गया, क्योंकि कर्नाटक जैसे पड़ोसी राज्यों में टीपू सुल्तान एक विवादित नाम है।
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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने तत्कालीन उद्धव ठाकरे शासन के कदम को पलटने का फैसला किया है। सरकार मुंबई के मलाड इलाके के एक बगीचे से टीपू सुल्तान का नाम हटाने जा रही है। मुंबई उपनगर जिला गार्जियन मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कलेक्टर को मलाड में टीपू सुल्तान के नाम पर बने बगीचे के नाम को बदलने का आदेश दिया है।
लोढ़ा ने ट्विटर पर लिखा, आखिरकार, सही की जीत हुई। डीपीडीसी की बैठक में सकल हिंदू समाज के विरोध और गोपाल शेट्टी जी की मांग पर विचार करने के बाद मलाड में पार्क से टीपू सुल्तान का नाम हटाने का आदेश दिया। पिछले साल एमवीए सरकार ने मैदान का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखा था और हमें इसका विरोध करना पड़ा।"
इंडिया टुडे के अनुसार, लोढ़ा ने आगे कहा, "कुछ लोगों ने एक बैनर लगाया था, इसे टीपू सुल्तान उद्यान कहा था और स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया था। पहली बार में इसका औपचारिक नाम कभी नहीं रखा गया था। इसलिए मैंने अधिकारियों से जरूरी कदम उठाने और अवैध बैनर हटाने को कहा।"
उन्होंने कहा, "अगर इसका नामकरण किया जाना है, तो हम उचित प्रक्रिया का पालन करेंगे। वास्तव में कोई भी पार्क के साथ टीपू सुल्तान का नाम नहीं जोड़ना चाहता है।" वहीं, एनसीपी प्रवक्ता महेश भारत तापसे ने कहा कि कोई भी सरकार स्थानों के नाम बदलने या दूसरे के फैसलों को पलटने से लोकप्रिय नहीं हो सकती।
सरकार ने अभी तक बगीचे के नए नाम का खुलासा नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक, यह फैसला इसलिए लिया गया, क्योंकि कर्नाटक जैसे पड़ोसी राज्यों में टीपू सुल्तान एक विवादित नाम है। पार्क के नामकरण का पहले भाजपा ने कथित तौर पर विरोध किया था।