क्या धारावी पुनर्विकास के लिए सही है अडानी ग्रुप? शिंदे सरकार से MVA के तीखे सवाल
अडानी समूह सबसे अधिक बोली लगाने वाले के रूप में उभरा था। इसने मुंबई में 259 हेक्टेयर में फैली सबसे बड़ी झुग्गी को विकसित करने के लिए 5,069 करोड़ रुपये में बोली जीती थी।
इस खबर को सुनें
अमेरिका स्थित रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से अडानी समूह के शेयरों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। यह रिपोर्ट आने के बाद से समूह की कंपनियों के शेयर नीचे आ रहे हैं। अब महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर दबाव बढ़ा रहा है। गठबंधन का कहना है कि ऐसे समय में जब अडानी ग्रुप के शेयर गिर रहे हैं तो क्या गौतम अडानी की फर्म को धारावी पुनर्विकास परियोजना पर काम करना चाहिए? क्या सरकार इस पर पुनर्विचार करेगी?
2022 में, अडानी समूह ने धारावी पुनर्विकास परियोजना हासिल की थी। अडानी समूह सबसे अधिक बोली लगाने वाले के रूप में उभरा था। इसने मुंबई में 259 हेक्टेयर में फैली सबसे बड़ी झुग्गी को विकसित करने के लिए 5,069 करोड़ रुपये में बोली जीती थी। कांग्रेस के राज्य महासचिव सचिन सावंत ने ट्विटर पर कहा कि अडानी समूह के शेयरों में गिरावट को देखते हुए कहा जा सकता है कि सब ठीक नहीं है। इसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने मराठी में किए ट्वीट में लिखा, "अडानी समूह के शेयरों में गिरावट और भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसके संभावित प्रभाव को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार को धारावी पुनर्विकास परियोजना पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। क्या लाखों लोगों का ऐसी कंपनी से जुड़ना सही है जिसका भविष्य दांव पर लगा हो?"
धारावी पुनर्विकास परियोजना का लक्ष्य 56,000 परिवारों को 300 वर्गफुट घर देकर उनका पुनर्वास करना है। इस बीच, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रवक्ता किशोर तिवारी ने आरोप लगाया कि एमवीए सरकार को इसलिए गिराया गया था ताकि अडानी समूह को कई बड़े प्रोजेक्ट दिए जा सकें। तिवारी ने अडानी समूह को दी गई परियोजनाओं जैसे नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और अन्य प्रमुख परियोजनाओं के भविष्य पर सवाल उठाया।
अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में शुक्रवार को लगातार सातवें दिन गिरावट हुई। इस दौरान अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 20 प्रतिशत टूट गया। अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 20 प्रतिशत टूटकर 1,173.55 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया जो बीएसई पर इसका एक साल का निचला स्तर है। बता दें कि अडानी समूह ने अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के जवाब में रविवार को 413 पृष्ठ की प्रतिक्रिया जारी की थी। इसके बाद सोमवार को हिंडनबर्ग ने अपने आरोपों पर कायम रहते हुए कहा कि अडानी समूह धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से ढक नहीं सकता।