महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की कुल तादाद 82 हजार के पार, अब तक करीब 3000 लोगों की मौत
महाराष्ट्र में शनिवार (6 जून) को कोविड-19 से मुम्बई में 58 लोगों समेत 120 और मरीजों की मौत के साथ ही इस महामारी से मरने वालों की संख्या 2,969 पहुंच गई, जबकि 2,739 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों...
महाराष्ट्र में शनिवार (6 जून) को कोविड-19 से मुम्बई में 58 लोगों समेत 120 और मरीजों की मौत के साथ ही इस महामारी से मरने वालों की संख्या 2,969 पहुंच गई, जबकि 2,739 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 82,968 हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी।
आधिकारिक बयान के अनुसार महाराष्ट्र में कोविड-19 के मरीजों के स्वस्थ होने की दर 45.06 प्रतिशत है तथा मृत्युदर 3.57 फीसद है। विभाग ने एक बयान में बताया कि दिन में 2,234 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। अब तक इस बीमारी से 37,390 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
इसमें कहा गया है कि राज्य में अभी 42,609 मरीजों का इलाज चल रहा है और अब तक कुल 5,37,124 नमूनों की जांच की गई है। राज्य में कोविड-19 के कुल 82,968 मामलों में मुम्बई से 47,354 मामले हैं और शहर में 1,577 मरीजों की जान जा चुकी है।
2739 new cases of COVID-19 & 120 deaths reported in Maharashtra today. Total number of positive cases in the state is now at 82,968, including 37,390 discharges and 2969 deaths: Maharashtra Health Department pic.twitter.com/0a6J1s1otA
— ANI (@ANI) June 6, 2020
दूसरी ओर, महाराष्ट्र सरकार कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के लिए रेमडेसिविर दवा की 10,000 शीशियां खरीदेगी। जन स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार (6 जनू) को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह महंगी दवा राज्य में गरीब एवं जरूरतमंद मरीजों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है।
टोपे ने ट्वीट किया, ''जीओएम द्वारा रेमडेसिविर की 10,000 शीशियां खरीदी जाएंगी। प्रयोगशाला, पशु और क्लीनिकल अध्ययनों से प्राप्त सबूतों के आधार पर कहा जा सकता है कि इसका एमईआरएस-कोव और सार्स के संदर्भ में भरोसेमंद परिणाम रहा है, और यह बीमारी भी कोरोना वायरस से होती है।"
GoM to procure 10k vials of Remdesivir. Based on evidence from Laboratory, animal and clinical studies, It has generated promising results in MERS- CoV and SARS which are also caused by Corona Virus.1/2@DrLahanetp @CMOMaharashtra @ChaiMIRROR
— Rajesh Tope (@rajeshtope11) June 6, 2020
उन्होंने कहा, ''विश्व स्वास्थ्य संगठन का सुझाव है कि इसका कोविड-19 के उपचार में कुछ सकारात्मक प्रभाव रहा है। यह महंगी दवा गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है।"