CBI की क्लीन चिट रिपोर्ट लीक मामले में अनिल देशमुख को झटका, बेटी और बहू के खिलाफ चार्जशीट दायर
पूजा ने मसौदा रिपोर्ट हासिल करने के लिए एजेंसी के उपनिरीक्षक अभिषेक तिवारी को रिश्वत देने की खातिर अनिल देशमुख के वकील आनंद दिलीप डागा को निर्देश दिया था और साजोसामान उपलब्ध कराया था।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की बेटी पूजा और पुत्रवधू राहत के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। देशमुख के खिलाफ जबरन वसूली के मामले उन्हें 2021 में क्लीन चिट देने वाली एजेंसी की आंतरिक मसौदा रिपोर्ट लीक होने के सिलसिले में यह ऐक्शन लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि विशेष सीबीआई अदालत में दाखिल पूरक आरोपपत्र में एजेंसी ने पूजा को सह-षड्यंत्रकारी करार दिया है। पूजा ने मसौदा रिपोर्ट हासिल करने के लिए एजेंसी के उपनिरीक्षक अभिषेक तिवारी को रिश्वत देने के वास्ते देशमुख के वकील आनंद दिलीप डागा को निर्देश दिया था और साजोसामान उपलब्ध कराया था।
सीबीआई का आरोप है कि देशमुख के खिलाफ बंबई हाई कोर्ट के निर्देश पर जांच में व्यवधान डालने के लिए रिपोर्ट 29 अगस्त 2021 को मीडिया को लीक की गई थी। उच्च न्यायालय ने मुंबई में रेस्तरां और बार से करोड़ों रुपये की जबरन वसूली करने के आरोपों की जांच का सीबीआई को निर्देश दिया था। ये आरोप मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने देशमुख के खिलाफ लगाए थे। मीडिया को लीक की गई रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया है कि अनिल देशमुख ने कोई संज्ञेय अपराध नहीं किया गया है। एजेंसी ने अपने उपनिरीक्षक अभिषेक तिवारी और देशमुख के वकील डागा को रिपोर्ट लीक होने के सिलसिले में गिरफ्तार किया था और उन्हें 2021 में आरोपित किया गया।
आरोपियों का दावा- हमें फंसाया जा रहा
साजिश की जांच जारी रखते हुए सीबीआई ने 2 साल बाद अपना पूरक आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें देशमुख के दूर के एक रिश्तेदार- विक्रांत देशमुख - और सयाजीत वयाल नाम के एक व्यक्ति को पूजा व राहत के साथ आरोपित किया गया है। सभी आरोपियों ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से उनका कोई लेना-देना नहीं है और उन्हें इसमें फंसाया गया है। आरोपपत्र दाखिल करने से पहले सीबीआई ने उनसे पूछताछ की थी लेकिन उन्हें कभी भी हिरासत में नहीं लिया गया। अधिकारी ने बताया कि एजेंसी ने विशेष सीबीआई अदालत के जरिए अमेरिका को अनुरोध पत्र भेजकर आरोपियों के 'ईमेल डम्प' मांगे हैं।
'ईमेल डम्प' का क्यों हो रहा जिक्र
'ईमेल डम्प' एक निजी ईमेल सर्वर है, जहां राजनीतिक नेता शर्मिंदगी का सबब बनने वाले, अवांछित ईमेल यह उम्मीद करते हुए संग्रहित करते हैं कि देश का कानून वहां लागू नहीं होने के कारण उसे कोई ढूंढ नहीं पाएगा। एजेंसी का आरोप है कि पूजा ने डागा को प्राथमिक जांच और प्राथमिकी से जुड़े दस्तावेज अवैध रूप से हासिल व लीक करने के निर्देश दिए थे। एजेंसी का आरोप है, 'व्हाट्सएप ग्रुप टीम एंड ए और इनर सर्कल में व्हाट्सएप पर बातचीत से पता चला कि यहां तक कि सीबीआई जांच के खिलाफ वीडियो सामग्री, ट्वीट और तस्वीर वाले बैनर बनाने के लिए पर्चे, नारे और प्रिंटआउट की डिजाइनिंग भी पूजा देशमुख के निर्देश पर की गई थी।' सीबीआई ने रिपोर्ट लीक करने की साजिश में देशमुख की पुत्रवधू राहत देशमुख की कथित भूमिका भी पाई है।
