‘अभी मैं टीम लीडर हूं’, महायुति गठबंधन पर बड़ी बात बोल गए एकनाथ शिंदे
- एकनाथ शिंदे ने कहा, 'विपक्ष को लग रहा था कि ये कठपुतलियां हैं। उन्हें ये नहीं पता था कि हम इतनी बड़ी योजनाएं चलाएंगे। इंडस्ट्री हम पर भरोसा करेगी। हमारी सरकार लोगों के लिए काम कर रही है।'
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज ठाकरे की पार्टी से गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि वे लोकसभा में हमारे साथ थे, मेरी उनसे बात हुई थी। शिंदे ने कहा, 'शिवसेना-भाजपा-NCP का गठबंधन होने दीजिए। बाद में बात करते हैं। मगर, उन्होंने सीधे उम्मीदवार खड़े कर दिए। हमारा वहां 2-3 बार से विधायक है।' उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ते समय कार्यकर्ताओं का भी ख्याल रखना चाहिए। हमें कार्यकर्ताओं का मनोबल नहीं गिरने देना है। हम एक ही गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं। हमारे साथ आरपीआई के अठावले हैं। जन सुराज का समर्थन है। हम चुनाव लड़ेंगे और बहुमत से जीतेंगे।
एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘कामकाज, राज्य का विकास, जीवनशैली में बदलाव, ये सब हमारी सरकार ने किया है। लोकसभा चुनाव में वोट शेयर शिवसेना की तरफ बढ़ा था। इन चुनावों में भी यही होगा। अभी मैं टीम लीडर हूं। हमारी टीम काम कर रही है। हमारी टीम में हर कोई बराबर है। हमारा लक्ष्य महायुति सरकार लाना और राज्य का विकास करना है।’ बाबा सिद्दीकी की हत्या पर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, 'घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कल लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस घटना की जड़ तक सरकार जाएगी। जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।'
नवाब मलिक को लेकर सीएम शिंदे ने कहा, 'हमारी भूमिका पहले से वही थी, अब भी वही है। हमारा वहां उम्मीदवार भी खड़ा है। हमारा स्टैंड स्पष्ट है। हम अपना स्टैंड नहीं बदलते।' विपक्ष के आरोपों पर उन्होंने कहा कि जब फैसला उनके पक्ष में आया तो कहते हैं कि EVM ठीक है। जब वे हारते हैं तब कहते हैं कि EVM खराब है। चुनाव आयोग खराब है। मुख्यमंत्री ने कहा, 'न्यायालय पर भी आरोप लगाते हैं। जब उनको हार दिखती है तब बहाना चाहिए इसलिए बहाना पहले से बनाते हैं।'
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के 'उतनी ही गारंटी देनी चाहिए जितनी हमारा बजट अनुमति देता है' वाले बयान पर भी एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'वह (खरगे) सही हैं क्योंकि उनके पास देने का इरादा नहीं है। वे देना नहीं जानते, वे लेना जानते हैं। अगर PM मोदी एक रुपया भेजते हैं तो पूरा रुपया डीबीटी (डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर) में चला जाता है। उन्होंने देना नहीं सीखा है। हमने RBI और केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया। हम GDP का 25% ऋण ले सकते हैं। हमारा ऋण 17.5% है और हम FRBM (राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन अधिनियम) के 3% के भीतर हैं। हम हर दिशा-निर्देश का पालन करते हैं। हमने कुछ भी उल्लंघन नहीं किया है। इसलिए हमने इसके लिए पूरे साल का बजट रखा है। इसलिए यह योजना बंद नहीं होगी। लाडली बहन योजना को कोई नहीं रोकेगा।'
एकनाथ शिंदे ने कहा, 'विपक्ष को लग रहा था कि ये कठपुतलियां हैं। उन्हें ये नहीं पता था कि हम इतनी बड़ी योजनाएं चलाएंगे। इंडस्ट्री हम पर भरोसा करेगी। हमारी सरकार लोगों के लिए काम कर रही है। पिछली सरकार खुद के लिए काम करती थी। खुद की प्रॉपर्टी बनाने के लिए काम करती थी।' उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि हमने 2 साल में जो काम किया है। उसकी सराहना खुद प्रधानमंत्री मोदी ने की। केंद्र और राज्य सरकार एक ही विचारधारा वाली सरकार है। इससे हमें बहुत फायदा हुआ है। मैं खुदको CM मतलब 'कॉमन मैन' समझता हूं।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, 'जब राज्य में महा विकास अघाड़ी की सरकार थी, उनसे भी मैं था। लेकिन वो सरकार बाला साहेब ठाकरे के विचारों के खिलाफ थी। मैंने उद्धव ठाकरे को बहुत समझाया लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। बाला साहेब ठाकरे कहते थे कि कांग्रेस को दूर रखो। हमारी पार्टी का नुकसान हो रहा था, हमारी पार्टी खत्म होने की कगार पर चलने लगी थी इसीलिए हमने सरकार पलट दी और शिवसेना भाजपा गठबंधन की सरकार बनाई। पिछले 2 साल में हमने जनता के लिए काम किया।'
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