मध्य प्रदेश में उज्जैन की विक्रम यूनिवर्सिटी में एक छोटी सी टाइपिंग मिस्टेक में श्रेष्ठ स्टूडेंट के साथ ऐसा हो गया
उज्जैन की विक्रम यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह में एक श्रेष्ठ छात्रा को टाइपिंग मिस्टेक की वजह से थर्ड डिवीजन का स्टूडेंट बना दिया। मगर दीक्षांत समारोह में थर्ड डिवीजन के स्टूडेंट की पात्रता नहीं...
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उज्जैन की विक्रम यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह में एक श्रेष्ठ छात्रा को टाइपिंग मिस्टेक की वजह से थर्ड डिवीजन का स्टूडेंट बना दिया। मगर दीक्षांत समारोह में थर्ड डिवीजन के स्टूडेंट की पात्रता नहीं होने से मामला सुर्खियों में आया तो यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने जांच करते हुए गलती को सुधारा। टाइपिंग मिस्टेक करने वाले कर्मचारी को नोटिस भी जारी कर दिया है।
उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय का 22 दिसंबर को 25वां दीक्षांत समारोह होने वाला है। समारोह में श्रेष्ठ छात्र-छात्राओं को मेडल दिया जाता है लेकिन विश्वविद्यालय की जरा सी लापरवाही के चलते एक श्रेष्ठ छात्रा के नंबर इतने अंकित कर दिए गए जिससे वह थर्ड डिवीजन की स्टू़डेंट हो गई। छात्रा सलोनी मूणत को 1158 अंक मिले थे जो उसे 1350 अंकों में से मिले थे। मगर यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के लिपिक ने 1350 अंकों की जगह 3050 कर दिया जिससे छात्रा सलोनी के 85 फीसदी अंक 38 फीसदी रह गए।
यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने मानी गलती
यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अखिलेश पांडेय का कहना है कि अनुकंपा नियुक्ति वाले कर्मचारी की गलती से अंकों की टाइपिंग मिस्टेक हो गई थी। उसे सुधार दिया गया है। कर्मचारी को नोटिस भी जारी कर दिया है। जिस छात्रा के नंबर गलत लिखे गए थे वह सलोनी मूणत है और नागदा के शेषशायी कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज के 2019-20 की बीकॉम की छात्रा थी।