फोटो गैलरी

अगला लेख

अगली खबर पढ़ने के लिए यहाँ टैप करें

Hindi News मध्य प्रदेशडमरू के डम-डम से बम-बम; महाकाल की नगरी के नाम एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड

डमरू के डम-डम से बम-बम; महाकाल की नगरी के नाम एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड

महाकाल की नगर उज्जैन ने एक और कमाल कर दिखाया है। ग्रीनिज बुक से आए ऋषि नाथ ने सांसद अनिल फिरोजिया विधायक सतीश मालवीय और संतों को इस वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट सौंपा है।

डमरू के डम-डम से बम-बम; महाकाल की नगरी के नाम एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड
Aditi Sharmaलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीMon, 05 Aug 2024 01:49 PM
ऐप पर पढ़ें

महाकाल की नगर उज्जैन ने एक कमाल कर दिखाया है। यहां 1500 लोगों ने एक साथ 10 मिनट तक डमरू बजाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया है और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम भी दर्ज करा लिया है। यह रिकॉर्ड सावन के तीसरे सोमवार यानी आज बनाया गया है।  गिनीज बुक ने वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट भी दे दिया है। ग्रीनिज बुक से आए ऋषि नाथ ने सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक सतीश मालवीय और संतों को सर्टिफिकेट सौंपा। जानकारी के मुताबिक महाकाल लोक के पास शक्ति पथ पर 1500 लोगों ने एक साथ डमरू बजाया। 

यह वर्ल्ड रिकॉर्ड महाकाल सवारी निकलने के पहले बनाया गया है। उज्जैन में स्थिति महाकाल लोक के पास बने शक्ति पथ पर एक साथ 1500 लोगों ने 10 मिनट तक डमरू बजाया ओर उज्जैन का नाम सबसे अधिक लोगों के डमरू बजाने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। इसके पहले यह रिकॉर्ड फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन न्यूयॉर्क के 488 डमरू वादन के नाम दर्ज था। सोमवार को उज्जैन में 1500 वादकों ने डमरू वादन कर इस रिकार्ड को तोड़ा है।

उज्जैन महाकाल की नगरी में सावन मास के तीसरे सोमवार उज्जैन में नई आभा लेकर आया। श्री महाकालेश्वर मंदिर के महाकाल लोक स्थित शक्तिपथ पर 1500 डमरू वादकों ने मनमोहक लयबद्ध प्रस्तुति देकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। भगवान भोलेनाथ के प्रिय वाद्य यंत्र डमरू के नाद से अवंतिका नगरी गूंजी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की पहल पर उज्जैन ने डमरू वादन का विश्व कीर्तिमान रचा गया है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एडिटर ऋषिनाथ ने डमरु वादन के वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने डमरू वादन के विश्व रिकॉर्ड के लिए उज्जैन को बधाई और शुभकामनाएं ओर बधाई दी है। सोमवार डमरू उत्सव में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत शामिल हैं। इसके बाद शाम को सवारी में महाकाल मंदिर से शिप्रा तक चलेंगे साथ चलेंगे ओर पालकी पूजन भी करेंगे। 

महाकाल सवारी की भव्यता के लिए सीएम की पहल

उज्जैन दक्षिण के विधायक और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की विशेष पहल से बाबा महाकाल की सवारी को भव्य व दिव्यता दी जा रही है। महाकाल सवारी को भव्यता प्रदान करने के लिए अनूठे प्रयास किए हैं। बाबा महाकाल की विगत दो सवारी में जनजातीय लोकनृत्यों और 350 सदस्यीय पुलिस बैंड की प्रस्तुति दी गई थी और सावन के तीसरे सोमवार को निकाली जाने वाली तीसरी सवारी में डमरू का वादन किया जा रहा है।


15 सौ लोगों ने 10 मिनिट तक बजाया डमरू

महाकाल लोक के शक्ति पथ पर 25 दलों के 1500 डमरु वादकों ने भस्म आरती की धुन पर डमरु वादन कर भगवान महाकाल की स्तुति की ओर गिनीन बुक विश्व रिकार्ड बनाने के लिए एक साथ 1500 कलाकार भगवान शिव को प्रिय वाद्य डमरू, झांझ मंजीरे की सुरमयी मंगल ध्वनिआकर्षण का केंद्र बन गई। उज्जैन नगरी डमरू की गूंज से गुंजायमान हो गई। महाकाल महालोक के सामने शक्तिपथ पर अदभुत अनूठे आयोजन में भगवा वस्त्रों में डमरूवादक कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति ने सभी को भाव विभोर किया। 

शाम 4 बजे शिव तांडव रूप में भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे महाकाल

उज्जैन की महाकाल नगरी में सावन सोमवार शाम 4 बजे राजाधिराज महाकाल प्रजा का हाल जानने निकलते है,इस दौरान सवारी में महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, तो हाथी पर मनमहेश के स्वरूप में विराजित होंगे। आज शाम 4:00 बजे निकलने वाली सवारी में बाबा महाकाल शिव तांडव के रूप में भक्तों को दर्शन देंगे मंदिर प्रशासक मृणाल मीणा की माने तो सावन सोमवार पर 3 लाख भक्तों के आने की संभावना है वही सवारी में भी भक्त बाबा महाकाल के रथ पर चल रही एलईडी के द्वारा दर्शन कर पाएंगे।


महापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि इसके लिए पिछले तीन दिन से दो सत्रों में प्रैक्टिस चल रही थी। सोमवार 25-25 डमरू वादकों के अलग-अलग दल बनाए गए थे। यह दल शाम को सवारी के दौरान डमरू बजाते हुए भी साथ चलेगा।इससे पहले, 498 लोगों द्वारा एक साथ डमरू बजाने का रिकॉर्ड फेडरेशन ऑफ न्यूयार्क के नाम 2021 में दर्ज किया गया था। 

मंदिर प्रशासक मृणाल मीणा ने बताया कि 14 सौ लोगो ने एक साथ डमरू बजाया है। गिनीज बुक से आई टीम ने 1390 लोगों ने एक साथ मिलकर 10 मिनिट तक डमरू बजाने की पुष्टि की है। और जो पिछला रिकॉर्ड था वह 498 का रिकॉर्ड तोड़ते हुए महाकालेश्वर प्रबंध समिति और संस्कृति विभाग द्वारा किया रिकॉर्ड स्थापित किया गया है।

रिपोर्ट विजेन्द्र यादव