मध्य प्रदेश में बाघ-तेंदुए के बीच शिकार की खींचतान में संघर्ष, तेंदुए को टाइगर ने मारा
भोपाल से सटे रायसेन जिले के ओबेदुल्लागंज के रातापानी अभयारण्य में एक शिकार को लेकर बाघ और तेंदुए के बीच संघर्ष हो गया। इसमें तेंदुए की मौत हो गई और उसके शव का शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर...
भोपाल से सटे रायसेन जिले के ओबेदुल्लागंज के रातापानी अभयारण्य में एक शिकार को लेकर बाघ और तेंदुए के बीच संघर्ष हो गया। इसमें तेंदुए की मौत हो गई और उसके शव का शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। वन विभाग ने तेंदुए की मौत की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
मध्य प्रदेश में 526 टाइगर हैं तथा 3421 तेंदुए हैं। इनके बीच रातापानी अभयारण्य में संघर्ष की स्थिति बनी है। पिछले दिनों रातापानी अभयारण्य के ओबेदुल्लागंज क्षेत्र में एक तेंदुए का शव मिला जिसके शरीर पर जानवर से संघर्ष के निशान बताए गए। ओबेदुल्लागंज वन क्षेत्र के एसडीओ फॉरेस्ट पुष्पेंद्र सिंह ने कहा है कि तेंदुआ के मृत शरीर वाले घटनास्थल के पास एक गाय भी मिली है। इसके बाघ द्वारा शिकार किए जाने के चिन्ह मिले हैं और टाइगर ने उसका शिकार किया था। इस शिकार को छीनने की कोशिश में तेंदुए से टाइगर की भिड़ंत हुई। दोनों वन्य प्राणियों के बीच संघर्ष के निशान घटनास्थल पर मिले हैं।
रातापानी अभयारण्य में पहली बार बाघ-तेंदुए के बीच संघर्ष
एसडीओ फॉरेस्ट पुष्पेंद्र सिंह ने कहा है कि रातापानी अभयारण्य में बाघ और तेंदुआ के बीच संघर्ष की पहली घटना हुई है। इसके पहले कभी यहां ऐसी घटना नहीं हुई। वन्यप्राणी विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ-तेंदुए के संघर्ष की घटना से यह आशंका बढ़ी है कि रातापानी में मांसाहारी वन्यप्राणियों के लिए शाकाहारी शिकार की कमी बन रही है। इसीलिए बाघ के शिकार को तेंदुए ने छीनने की कोशिश की।
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