मध्य प्रदेश: शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों ने आखिर क्यों मांगी राज्यपाल से इच्छा मृत्यु, जाने क्या है मामला
मध्य प्रदेश के विदिशा सहित प्रदेश भर में संविदा वर्ग एक और वर्ग दो के पास हुए अभ्यर्थियों ने अपनी नियुक्तियों को जल्द से जल्द पूरा कराने की मांग को लेकर एक बार फिर ज्ञापन दिया है। इस बार नियुक्ति की...
मध्य प्रदेश के विदिशा सहित प्रदेश भर में संविदा वर्ग एक और वर्ग दो के पास हुए अभ्यर्थियों ने अपनी नियुक्तियों को जल्द से जल्द पूरा कराने की मांग को लेकर एक बार फिर ज्ञापन दिया है। इस बार नियुक्ति की मांग के साथ-साथ महामहिम राज्यपाल से मांग की गई है कि या तो पास हुए अभ्यर्थियों को नौकरी दी जाए या फिर उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।
अभ्यर्थियों ने बताया कि एक तो आठ साल के बाद प्रदेश में शिक्षक भर्ती निकली थी। परीक्षा प्रक्रिया में भी दो साल पूरे हो चुके हैं। 28 अगस्त को परिणाम आए पूरा एक साल हो जाएगा। अब तक किसी प्रकार से नियुक्ति की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी है। अभ्यर्थियों के मुताबिक, पहले जहां वो निजी स्कूलों में पढ़ाते थे। पास होने के बाद स्कूल छोड़ दिया। अब वे और उनका परिवार आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है।
जानकारी के अनुसार, अभ्यर्थियों ने उनकी मांग को पूरा न होने पर चेतावनी दी है कि 28 अगस्त को परिणाम आने के एक साल पूरे होने पर मार्कशीट की होली जलाई जाएगी और भोपाल में आमरण अनशन किया जाएगा। अनशन तब तक चलेगा जब तक की नियुक्ति ना हो जाए या मृत्यु ना आ जाए। एसडीएम कार्यालय में नायब तहसीलदार अंकित यदुवंशी को ज्ञापन राज्यपाल के नाम प्रेषित किया गया है।
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