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ऑनलाइन गेम के नाम पर चल रहा सट्‌टा, दो मौतों के बाद भी पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई

मध्यप्रदेश के इंदौर में क्राइम ब्रांच और पुलिस की निष्क्रियता के चलते ऑनलाइन गेमिंग के सट्‌टा कारोबारियों के हौसले बुलंद है। शहर में यह अवैध कारोबार तेजी से फैल चुका है। इस अवैध धंधे के...

ऑनलाइन गेम के नाम पर चल रहा सट्‌टा, दो मौतों के बाद भी पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
The Pebble,नई दिल्लीThu, 03 Dec 2020 05:21 PM
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मध्यप्रदेश के इंदौर में क्राइम ब्रांच और पुलिस की निष्क्रियता के चलते ऑनलाइन गेमिंग के सट्‌टा कारोबारियों के हौसले बुलंद है। शहर में यह अवैध कारोबार तेजी से फैल चुका है। इस अवैध धंधे के बेखौफ कारोबारी आईडी लेकर सट्‌टेबाजी को संचालित कर रहे हैं। कई युवा इसमें जल्द पैसा कमाने के चक्कर में जान तक गंवा चुके हैं। हाल ही में सट्‌टे के रुपए लेन-देन के दो प्रकरण सामने आ चुके हैं, जिसमें एक युवक ने आत्महत्या से पहले वीडियो बनाकर सट्‌टे के लेन-देन वालों के नाम उजागर किए। वहीं एक युवक ऑनलाइन गेमिंग की आईडी देकर सट्‌टा संचालित करने वालों के कारण दो माह पहले मौत को गले लगा चुका है। दोनों प्रकरणों के सामने आने के बाद भी सट्‌टेबाजों को लेकर पुलिस की कोई ठोस कार्रवाई नजर नहीं आ रही है।

युवक ने मौत से पहले वीडियो में लगाए थे आरोप

गौरतलब है कि गत सोमवार को कबीटखेड़ी की लाहिया कॉलोनी में रहने वाले 30 वर्षीय सुनील पिता द्वारकाप्रसाद कुशवाह ने आत्महत्या कर ली थी। मौत से पहले उसने खुद का वीडियो भी रिकॉर्ड किया था, जिसमें सट्‌टा माफिया चंदन रघुवंशी उर्फ चंदन महाराज सहित निक्की व छोटू खत्री पर आरोप लगाया था कि उसे सट्‌टे के 10 लाख रुपए रखने के बाद उसे उसके पैसे नहीं लौटा रहे थे।

सुसाइड नोट में बताया, फिर भी नहीं पहुंच सकी पुलिस

अक्टूबर में हीरा नगर निवासी युवक राजेश कुमावत ने भी सट्‌टे के कारण फांसी लगाकर जान दे दी थी। हीरानगर पुलिस को राजेश का सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उसने जेल रोड के एक मोबाइल कारोबारी और ऑनलाइन गेमिंग की लाइन देकर सट्‌टा खिलाने वाले सट्‌टा किंग राहुल चौरसिया पर 70 हजार रुपए जीत के नहीं लौटाने के आरोप लगाए हैं, लेकिन सट्‌टेबाजों तक नहीं पहुंच सकी है।

ऑनलाइन गेमिंग के सट्‌टे का गढ़ बना शहर

क्राइम ब्रांच की सुस्ती और पुलिस थानों की असक्रियता के कारण शहर में मोबाइल पर आईडी देकर सट्‌टा संचालित करने वाले सटोरिए तेजी से कारोबार फैला रहे हैं। जेल रोड से मोबाइल व्यापार की आड़ में संचालित होने वाले इस गेम में युवाओं को चक्री का सट्‌टा खिलाने के नाम पर जल्द पैसा कमाने का लालच देकर ये सट्‌टा कारोबारी सैकड़ों आईडी जनरेट कर लोगों को सट्‌टे के कारोबार से जोड़ रहे हैं।

होगा बड़ा एक्शन

डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र का कहना है ऑनलाइन सट्‌टे के कारोबार को लेकर क्राइम ब्रांच को विशेष कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है। हाल ही में दो युवकों की मौत के बाद इस दिशा में हम जल्द ही बड़ी कार्रवाई करेंगे। जो भी ऑनलाइन सट्‌टा गेम संचालित कर रहे है, उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

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