'पहले दो घंटे में ही इरिटेट हो जाता था', राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के सुनाए दिलचस्प किस्से
मध्य प्रदेश में छठवें दिन इंदौर के समीप बरौली में यात्रा के पहुंचने पर राहुल गांधी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' उनका धैर्य बढ़ाने में भी मददगार साबित हु

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को 'भारत जोड़ो यात्रा' के दिलचस्प किस्से बताते हुए इसके फायदे भी गिनाए। मध्य प्रदेश में छठवें दिन इंदौर के समीप बरौली में यात्रा के पहुंचने पर राहुल गांधी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' उनका धैर्य बढ़ाने में भी मददगार साबित हुई है। राहुल ने कहा कि यात्रा के दौरान वे सबको ध्यान से सुनते हैं। अब मेरे सुनने का तरीका भी बदल गया है। मैं पहले एक दो घंटे में ही 'इरिटेट' हो जाता था, लेकिन अब आठ-आठ घंटे तक लोगों को धैर्य से सुन लेता हूं। उनसे बीते 80 दिनों से अधिक समय से चल रही यात्रा से जुड़े रोचक प्रसंगों के बारे में पूछा गया था।
राहुल गांधी ने कहा कि अब जब वे किसी को सुनते हैं, तो सामने वाली की सोच को ध्यान में रखकर सुनने की कोशिश करते हैं। राहुल ने यात्रा से जुड़े अन्य प्रसंग सुनाते हुए कहा कि यात्रा की शुरुआत में उनके घुटने का पुराना दर्द उभर आया था। उस समय उनके मन में तरह तरह के विचार आए, लेकिन, वे उस दर्द से नहीं डरे और इसकी आदत डालते हुए चलते रहे। बाद में यह दर्द भी चला गया और वे लगातार यात्रा करते रहे। वे कन्याकुमारी से इंदौर तक लगभग दो हजार किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं। अब यह यात्रा कश्मीर तक जाएगी।
राहुल गांधी ने बताया कि पदयात्रा के दौरान ही एक लगभग छह वर्ष की बच्ची उनसे कुछ दूरी पर रहकर मिलना चाह रही थी। वे उसको नोटिस कर रहे थे। उन्होंने बच्ची को अपने पास बुलाया। उसने कागज में कुछ लिखकर रखा था। बच्ची ने राहुल को नोट यह कहते हुए थमा दिया कि वे उसे बाद में पढ़ें। राहुल के मुताबिक कुछ देर बाद उन्होंने कागज खोला तो उसमें लिखा था कि वह भी उनकी इस यात्रा के साथ है। यह घटना कर्नाटक की थी। उन्होंने कहा कि इस तरह के अनेक प्रसंग इस यात्रा से जुड़े हैं।
राहुल ने इस यात्रा को पूरी तरह 'गैरराजनैतिक' करार दिया। उन्होंने कहा कि वे डर, हिंसा और नफरत के खिलाफ इस यात्रा को निकाल रहे हैं। इन्हीं बिंदुओं को ध्यान में रखकर वह आम लोगों की बात सुन रहे हैं। प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी राजनीति सवालों पर काफी संभलकर बोलते नजर आए। अमेठी से फिर से लोकसभा चुनाव लड़ने समेत अनेक राजनैतिक सवालों को राहुल चतुराई से टाल गए। उन्होंने कहा कि फिलहाल उनका ध्यान भारत जोड़ो यात्रा पर ही है।