थाने के बाहर धरना देने पर दिग्विजय और नाती राजा पर आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज
छतरपुर में खजुराहो थाने के बाहर धरना देने के मामले में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, पार्टी विधायक विक्रम सिंह नाती राजा एवं अन्य पर आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन को लेकर केस दर्ज किया गया है।

Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत पर भाजपा उम्मीदवार की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बिना अनुमति के धरना देने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh), पार्टी विधायक विक्रम सिंह नाती राजा (Vikram Singh Nati Raja) एवं अन्य पर आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन को लेकर मंगलवार को केस दर्ज किया गया है। छतरपुर जिले के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मालूम हो कि 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के दिन छतरपुर जिले के राजनगर निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के दौरान सलमान खान नाम के एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई थी। घटना के बाद राजनगर से भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिग्विजय सिंह और नाती राजा ने अपने समर्थकों के साथ 18-19 नवंबर को खजुराहो थाने के बाहर तंबू लगाकर धरना दिया था।
कांग्रेस नेताओं ने पटेरिया पर खान की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। हालांकि पटेरिया ने इस आरोप से इनकार किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) विक्रम सिंह ने कहा कि छतरपुर के अतिरिक्त कलेक्टर की ओर से पेश एक रिपोर्ट के आधार पर, आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए आईपीसी की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) के तहत मंगलवार को एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
एफआईआर (प्रथम सूचना रिपोर्ट) में दिग्विजय सिंह, कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नाती राजा के साथ 60-70 अन्य लोगों का नाम शामिल हैं। भाजपा के छतरपुर जिला अध्यक्ष मलखान सिंह ने पहले जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि दिग्विजय सिंह और अन्य कांग्रेस नेताओं ने अधिकारियों से अनुमति लिए बिना धरना दिया। यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
एफआईआर के अनुसार, अतिरिक्त कलेक्टर ने BJP के ज्ञापन पर कार्रवाई करते हुए पुलिस को एक रिपोर्ट भेजी जिसमें कहा गया कि विपक्षी दल के नेताओं और उनके समर्थकों के विरोध प्रदर्शन के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई अनुमति नहीं दी गई थी।
सलमान खान की मौत के बाद पुलिस ने 17 नवंबर को हत्या के आरोप में पटेरिया और 20 बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद भाजपा ने पुलिस पर कांग्रेस के प्रभाव में पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। फिर 19 नवंबर को, पुलिस ने भाजपा की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, कांग्रेस उम्मीदवार नाती राजा के खिलाफ हत्या की कोशिश, दंगा एवं अन्य धाराओं में एक अलग केस दर्ज किया था।
