बिना हेलमेट पहने बाइक सवारों पर पुलिस ने की चलानी कार्यवाही, नेता जी ने अपने पास से जमा किए पैसे
पुलिस इन दिनों बिना हेलमेट पहने बाइक सवारों पर शक्ति से चालानी कार्रवाई कर रही है उसी के चलते कुछ परेशान लोग भी इस चलानी कार्रवाई के शिकार हो गए
आपने अक्सर नेताओं को पुलिस पर रौब झाड़ते चालानी कार्रवाई के दौरान बिना पैसे दिए अपने कार्यकर्ताओं को छुड़ाकर देवें देखा होगा। लेकिन मध्यप्रदेश के खंडवा में एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक शख्स अपने पास के पैसे से चालान जमा करते नजर आ रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा सख्श कोई नहीं बल्कि खंडवा जिला पंचायत अध्यक्ष के पति मुकेश तन्वे है। दरअसल, पुलिस इन दिनों बिना हेलमेट पहने बाइक सवारों पर शक्ति से चालानी कार्रवाई कर रही है। उसी के चलते कुछ परेशान लोग भी इस चलानी कार्रवाई के शिकार हो गए। उनके पास पैसे नहीं होने से वह परेशान होने लगी। ऐसे में वहां से गुजर रहे जनप्रतिनिधि नहीं उनकी मदद कर उनके चालक जमा करवाएं और उन्हें शासन के नियमों को पालन करने और हेलमेट पहनने की हिदायत भी दी।
खंडवा में चालानी कार्रवाई का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक कुर्ता पजामा पहने हुए सख्श कुछ लोगों को कोई बात समझाते नजर आ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार शनिवार खंडवा के जसवाड़ी रोड पर यातायात पुलिस बिना हेलमेट पहने बाइक सवारों पर चालानी कार्रवाई कर रही थी। इसी बीच वहां पर बहुत से बाइक सवारों की भीड़ लग गई जिनमें बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल थे। वहां से गुजर रहे जनप्रतिनिधि और जिला पंचायत अध्यक्ष कंचन तन्वे के पति मुकेश तन्वे अपने घर जा रहे थे।
उन्होंने यह भीड़ देखी तो वह वहां रुक गए। जब उन्होंने जानकारी ली तो पता चला कि हेलमेट नहीं पहनने की वजह से इन लोगों पर चालानी कार्रवाई हो रही है, लेकिन इनके पास चालान भरने के पैसे नहीं होने के कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में उन्होंने अपने पास से तकरीबन 7 से 8 लोगों के चालान जमा करवाएं और उन्हें हिदायत दी कि अगली बार शासन के नियमों का पूरी तरह से पालन करें, हेलमेट लगाएं ताकि खुद भी दुर्घटना से बचें। इसी बीच किसी ने उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
मुकेश तन्वे ने बताया कि जब वह घर जा रहे थे तो उन्होंने रास्ते में एक स्थान पर भीड़ देखी और वहीं रुक गए। यातायात पुलिसकर्मियों से जब बात की तो उन्होंने बताया कि बगैर हेलमेट पहने या लोग बाइक चला रहे थे। सुप्रीम कोर्ट और शासन के नियमों के पालन के लिए इनका चालन काटा जा रहा है लेकिन उनके पास पैसे नहीं है। मुकेश तनवे ने कहा कि वहां पर महिलाएं भी मौजूद थी। कुछ बुजुर्गों और कॉलेज के स्टूडेंट भी मौजूद थे उनसे बात कर उनकी परेशानी को समझ कर मैंने अपने जेब से चालान की राशि जमा की ताकि उन्हें यह भी एहसास हो सके कि कोई जनप्रतिनिधि फ्री में या अपने रुतबे के कारण किसी को यूं ही नहीं छोड़ा, नियम अनुसार चालन जमा कर नेट छुड़ाया गया और उन्हें हिदायत दी गई कि शासन के सभी नियमों का पूरी तरह से पालन करें। खासकर वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर पहने।