MP में मुस्लिम युवक ने अपनाया हिंदू धर्म, नाम बदलकर अंगद सनातनी हुआ फैजान
मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक मुस्लिम युवक ने हिंदू धर्म अपना लिया है। उसने अपना नाम भी बदल लिया है। पहले मुस्लिम युवक का नाम फैजान था जो अब बदलकर अंगद सनातनी हो गया है। आइये जानते हैं पूरी कहानी।
मध्यप्रदेश के मंदसौर में एक मुस्लिम युवक ने मुस्लिम धर्म को छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया। 28 वर्षीय मुस्लिम युवक जिसका नाम फैजान रिजवी था अब वह अंगद सनातनी हो गया है। बताया जाता है कि मंदसौर के ही रहने वाले फैजान पिछले कई सालों से सनातन धर्म में काफी रुचि रखता था। वह भगवान बालाजी का परम भक्त भी है। भगवान बालाजी की आस्था और कई धार्मिक स्थानों पर यात्रा से प्रभावित होकर मुस्लिम युवक के मन में यह विचार लंबे समय से था कि वह अपना धर्म परिवर्तन कर ले। शुक्रवार को मंदसौर के गायत्री शक्तिपीठ स्थित मंदिर परिसर में कानूनी प्रक्रिया को अपनाते हुए और संपूर्ण विधि विधान के साथ मुस्लिम धर्म को त्याग कर हिंदू धर्म अपना लिया। इसके साथ फैजान रिजवी को नई पहचान अंगद सनातनी के रूप मिली है।
मंदसौर जिले के रहने वाले फैजान शुक्रवार से अंगद सनातनी के नाम से जाने जायेंगे। हिन्दू युवा वाहिनी मंदसौर के प्रमुख चैतन्य सिंह राजपूत जो खुद मुस्लिम धर्म छोड़कर सनातनी बने हैं। उनके नेतृत्व में फैजान ने विधि-विधान के साथ हिन्दू धर्म अपनाया है। मुस्लिम युवक को पहले गाय के गोबर, गौमूत्र और गंगाजल के अलावा तुलसी और दूध से स्नान करवाया गया। फिर तिलक लगाकर, माला पहनाया गया और धागा बांधकर सनातन का चोला ओढ़ाया गया। फैजान की घर वापसी के लिए करीब 5 घंटे अनुष्ठान चला। इस दौरान सनातन में आस्था में विश्वास रखने वाले इस मुस्लिम युवक ने सावन माह के बीच नाग पंचमी के मुहूर्त में अपनी घर वापसी की और अंत में जय श्री राम के नारे लगाए।
पहले थे मुस्लिम फिर बने हिन्दू
मंदसौर के रहने वाले चैतन्य सिंह राजपूत स्वयं मुस्लिम धर्म छोड़कर सनातनी बने हैं। बताया जाता है कि चैतन्य सिंह राजपूत पहले जफर कुरैशी हुआ करते थे, जब से वह सनातन धर्म में आए हैं, तब से वह लगातार लोगों की घर वापसी के कार्य में जुटे हैं। और अब तक उनके नेतृत्व में वह 44 लोगों की घर वापसी करवा चुके हैं। जिनमें 39 युवतियां है जो कि मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म में अपना चुकी है। पांच युवक हैं, जिन्हें सनातन धर्म में प्रवेश करवा चुके हैं।
फैजान से अंगद बने शख्स ने बताया कि वह सालो पहले से मंदिरो में आता जाता है। हनुमान चालीसा का पाठ भी करता है और बालाजी का परम भक्त भी है। इतना ही नहीं उसने कई धार्मिक स्थानो पर तीर्थ यात्राएं भी की है। इससे प्रभावित होने के बाद वह अपना मन बना चुका था कि उसे धर्म परिवर्तन करना है। आखिरकार आज युवक का सपना साकार हुआ और उसने संपूर्ण विधि- विधान के साथ मुस्लिम धर्म को छोड़कर सनातन को अपना लिया।
रिपोर्ट: विजेंद्र यादव