उज्जैन रेप पीड़िता की हालत नाजुक, इंदौर के अस्पताल में ऑपरेशन, एक और VIDEO आया सामने
मध्य प्रदेश के उज्जैन में सड़क पर खून से लथपथ पाई गई 12 साल की रेप पीड़िता की हालत नाजुक है। इंदौर के एक सरकारी अस्पताल में बुधवार को विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम ने उसका ऑपरेशन किया।

मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में नाबालिग लड़की से दुष्कर्म की जघन्य वारदात सामने आई है। लगभग 12 साल की लड़की को सोमवार को उज्जैन के महाकाल पुलिस थाना क्षेत्र में सड़क पर खून से लथपथ पाया गया था। पीड़िता का इंदौर के एक सरकारी अस्पताल में बुधवार को विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम ने ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद उसकी हालत गंभीर, लेकिन स्थिर बताई जाती है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लड़की को उज्जैन से गंभीर हालत में मंगलवार को इंदौर इस अस्पताल में भेजा गया था।
इस बीच पीड़िता का एक और वीडियो सामने आया है। इसमें वह सड़क पर भटकती नजर आ रही है। ऑपरेशन के बाद उसकी हालत गंभीर, लेकिन स्थिर है। विशेषज्ञ चिकित्सक लड़की के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रख रहे हैं। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि पीड़िता का इलाज जारी है। उसकी हालत खतरे से बाहर है। लड़की उज्जैन के बाहर के किसी क्षेत्र की प्रतीत हो रही है।
नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि पीड़िता (घटना को लेकर) ठीक तरह से जवाब दे नहीं पा रही है। इसलिए विशेषज्ञों और काउंसलर की मदद से उससे बातचीत का प्रयास किया जा रहा है। उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया- लगभग 12 साल की इस लड़की को सोमवार को उज्जैन के महाकाल पुलिस थाना क्षेत्र में एक सड़क पर खून से लथपथ पाया गया था। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की जांच में उसके साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।
एसपी ने कहा कि चूंकि नाबालिग लड़की की हालत गंभीर थी, इसलिए उसे आगे के उपचार के लिए मंगलवार को इंदौर भेजा गया है। नाबालिग लड़की से बलात्कार के मामले में महाकाल थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और घटना की जांच जारी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की तहकीकात और सीसीटीवी फुटेज की छानबीन के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
इस मामले में महाकाल थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। घटना की जांच जारी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया मामले की तहकीकात और सीसीटीवी फुटेज की छानबीन के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके। इस बीच, मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने पीड़िता को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाने की मांग की। कांग्रेस नेता ने कहा कि मध्यप्रदेश में कानून का राज खत्म हो गया है और अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि जनता परेशान है।
