CM शिवराज का बड़ा चुनावी दांव, युवाओं के लिए सीखो कमाओ योजना को मंजूरी
मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की सरकार ने चुनावी साल में बेरोजगार युवाओं के लिए सीखो और कमाओ योजना को मंजूरी प्रदान की है। जानें इस योजना से कैसे मिलेगा युवाओं को लाभ...

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh News) की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ी घोषणा की है। सीएम शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट ने अपनी विशेष बैठक में बुधवार को बेरोजगार युवाओं के लिए 'मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना' को मंजूरी प्रदान की। राज्य सरकार की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक, 12वीं पास, आईटीआई, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुके युवा इस योजना के पात्र होंगे। योजना के अंतर्गत युवाओं को काम सिखाया जाएगा। इसके बदले सरकार की ओर से उन्हें हर महीने रकम भी दी जाएगी।
इंडस्ट्री वर्कशॉप
- 22 मई से 6 जून- एमपी एवं प्रमुख आईटी/औद्योगिक केंद्रों (पुणे, बैंगलोर, आदि) में...
- 1 जून से 14 जून 2023 - संभागीय कार्यशालाएं।
सीखने के दौरान हर महीने मिलेगा पैसा
योजना को मंजूरी प्रदान करने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि मध्य प्रदेश सरकार ने युवाओं के लिए एक नई क्रांतिकारी योजना लॉन्च कर रही है। इस योजना का नाम मुख्यमंत्री सीखो- कमाओ योजना है। यह योजना युवाओं को नए अवसर के साथ अपने मनमाफिक काम सीखने मौका प्रदान करेगी। वहीं काम सीखने के दौरान हर महीने पैसा भी मिलेगा। हम प्रदेश के युवाओं को रोजगार भी दे रहे हैं। हमारी सरकार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के हर संभव प्रयास कर रही है।
योजना का क्रियान्वयन
- 07 जून 2023 से प्रतिष्ठानों के पंजीयन का कार्य प्रारंभ होगा।
- 15 जून 2023 से युवाओं के पंजीयन का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
- 15 जुलाई से मार्केट प्लेस प्रारंभ एवं युवाओं का आवेदन लेना प्रारंभ होगा।
- 31 जुलाई से युवा प्रतिष्ठानों के मध्य अनुबंध हस्ताक्षर (अनलाइन) प्रारंभ होंगे।
- 1 अगस्त से 2023 से युवाओं की उपस्थिति शुरू हो जाएगी।
- 31 अगस्त 2023 से प्रशिक्षण प्रारंभ होने के 1 माह बाद युवाओं को राशि वितरण।
युवाओं को दिशा देने की जरूरत
शिवराज सिंह चौहान ने कहा- युवाओं में हुनर की कमी नहीं है केवल उन्हें एक दिशा देने की जरूरत है। हमारा कर्तव्य है की हम अपने प्रदेश के युवाओं को सक्षम और स्वाभिमानी बनाएं। प्रदेश का युवा सक्षम और स्वाभिमानी होगा तभी आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश को गति मिलेगी। हमारा मकसद है युवा न केवल नौकरी तक सीमित रहें वरन दूसरों को भी रोजगार दे सकें। हम युवाओं को हुनमंद बनाएंगे। हम युवाओं को काम सिखाने के बदले में पैसा देंगे। मौजूदा वक्त में केवल बेरोजगारी भत्ता देना समस्या का समाधान नहीं है।
योजना की बड़ी बातें
1- मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में 18 से लेकर 29 वर्ष तक के एमपी के निवासी युवा भाग ले सकेंगे।
2- इस योजना में 12वीं या आईटीआई पास अथवा उच्च शिक्षित युवा भी लाभान्वित हो सकेंगे।
3- ट्रेनिंग के दौरान 5वीं से 12वीं पास युवाओं को 8000, आईटीआई पास को 8500 रुपये दिए जाएंगे।
4- ट्रेनिंग में डिप्लोमा धारी को 9000 और स्नातक एवं उच्च शिक्षितों को 10 हजार रुपये दिए जाएंगे।
5- इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, मैनेजमेंट एवं मार्केटिंग, सेवा क्षेत्र की ट्रेनिंग दी जाएगी।6- होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म, ट्रैवल, रेलवे, आईटी और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट क्षेत्र की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
7- प्रत्येक माह निर्धारित स्टाइपेंड का 75 फीसद राज्य शासन की ओर से भुगतान किया जाएगा।
8- प्रतिष्ठान को न्यूनतम स्टाइपेंड की 25 फीसदी राशि प्रशिक्षणार्थी के बैंक खाते में जमा करनी होगी।
बेरोजगारी भत्ता युवाओं के भविष्य से मजाक
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें लगता है बेरोजगारी भत्ता देने जैसे काम युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने जैसा है। कमलनाथ की कांग्रेस सरकार ने पिछली बार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी। बेरोजगारी भत्ता भी नहीं दिया और रोजगार के नाम पर ढोर चराओ, ढोल बजाओ की ट्रेनिंग देने लगे। हमारी सरकार युवाओं को रोजगार देने की दिशा में गंभीर है। प्रधानमंत्री जी ने कल 71 हजार नियुक्ति पत्र युवाओं को बांटे हैं। मध्य प्रदेश में भी 1 लाख सरकारी पदों भर्तियां चल रही हैं। हम रोजगार दिवस का अयोजन करके ढाई लाख स्वरोजगार का अवसर उपलब्ध करा रहें हैं।
