मैं मुकुल सिंह हूं...जब देर रात सरेंडर करने थाने पहुंचा प्रेमिका के पिता और भाई को मारने वाला हैवान प्रेमी
जबलपुर में रेलवेकर्मी और उनके आठ साल के बेटे की हत्या के वांटेड प्रेमी ने देर रात जबलपुर पुलिस स्टेशन में सरेंडर कर दिया। मुंह पर कपड़ा बांधे वाटेंड आरोपी ने अपना नाम बताया तो पुलिस हैरान रह गई।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में नाबालिग प्रेमिका के पिता-भाई की जघन्य हत्या करने वाले मास्टरमाइंड प्रेमी ने गुरुवार देर रात जबलपुर के सिविल थाना में सरेंडर कर दिया। बताया जा रहा है कि नाबालिग का प्रेमी मुकुल मुंह पर कपड़ा बांधकर थाने पहुंचा। थाने पहुंचकर अपना बताते हुए उसने सरेंडर कर दिया। बता दें कि हरिद्वार में एक दिन पहले नाबालिग लड़की को पुलिस ने पकड़ लिया है। तब वह पुलिस की गिरफ्त से भाग गया था। इसके बाद वह जबलपुर आ गया। मिली जानकारी के अनुसार उसके सरेंडर करने पर थाने में उपस्थित पुलिस ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी सिविल लाइन थाने पहुंचे। पुलिस मुकुल सिंह को गाड़ी में बिठाकर अज्ञात जगह ले गई। बताया जा रहा है कि मुकुल सिंह ने रेलवेकर्मी राजकुर्मा विश्वकर्मा और तनिष्क की हत्या करने की बात कबूल ली है।
थाने पहुंचकर कहा-मैं मुकुल सिंह
मिली जानकारी के अनुसार मुकुल सिंह गुरुवार देर रात 11 बजकर 45 मिनट पर मुंह पर कपड़ा बांधकर सिविल लाइन थाने पहुचा ओर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से कहा कि मुझे इंस्पेक्टर सर से मिलना है। युवक को देखने के बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने कहा कि क्या काम है। इसके बाद युवक ने पुलिस कर्मचारियों से कहा कि मेरा नाम मुकुल सिंह है। मैं वही मुकुल हूं, जिसने 15 मार्च को मिलेनियम कॉलोनी में राजकुमार और तनिष्क की हत्या की थी। इतना सुनते ही पुलिस कर्मचारियों के होश उड़ गए। तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों की जानकारी दी गई। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी उसे पुलिस कंट्रोल रूम लेकर गए, जहां थोड़ी देर रुकने के बाद उसे अज्ञात स्थान ले गए।
नाबालिग पहले ही पुलिस की गिरफ्त में
मध्य प्रदेश के जबलपुर में 15 मार्च को रेल कर्मचारी पिता और भाई की हत्या करने वाली नाबालिग बेटी को पुलिस ने हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया था। इस दौरान उसका प्रेमी पुलिस के हाथ नहीं आया था। नाबालिग प्रेमिका के गिरफ्तार होते ही प्रेमी ने भी जबलपुर के थाने में सरेंडर कर दिया। आखिरकार ढाई महीने बाद दोनों प्रेमी-प्रेमिका पुलिस की गिरफ्त में हैं। अब पुलिस जल्द ही हत्याकांड का खुलासा करेगी।
यह था मामला
जबलपुर में 15 मार्च को मिलेनियम कॉलोनी में 52 साल के राजकुमार विश्वकर्मा और 8 साल के तनिष्क की हत्या कर दी गई थी। राजकुमार रेल विभाग में कार्यालय अधीक्षक थे। हत्या के बाद उनकी नाबालिग बेटी ने भोपाल में रहने वाली चचेरी बहन को 4 सेकेंड का वॉइस मैसेज किया था। कहा था- पड़ोस में रहने वाले मुकुल ने पापा और भाई को मार डाला है। पुलिस आरपीएफ के साथ पहुंची, तो घर पर बाहर से ताला लगा था। ताला तोड़कर पुलिस अंदर दाखिल हुई। किचन में राजकुमार खून से लथपथ मृत पड़े थे। बॉडी पॉलीथिन से कवर थी। वहीं, फ्रिज में पॉलीथिन के ऊपर चादर में लिपटी तनिष्क की खून से सनी लाश मिली। इसके बाद रेलकर्मी की नाबालिक बेटी अपने प्रेमी मुकुल सिंह के साथ फरार हो गई थी। जबलपुर पुलिस ने मुकुल सिंह वांटेड के 10 हजार पोस्टर छपवाए हैं। इन पोस्टर्स को न सिर्फ मध्यप्रदेश, बल्कि देश के कई शहर में चिपकाया गया। पश्चिम बंगाल, नेपाल बॉर्डर पर भी पोस्टर लगाए गए थे।
एमपी पुलिस की 8 टीमें कर रही थी तलाश
आरोपियों को पकड़ने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस की आठ टीमें मुंबई, पुणे, कर्नाटक, गोवा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब और बिहार गई थीं। साथ ही इनाम भी घोषित किया गया था। बताया जाता है कि 11 अप्रैल को मुकुल की मोबाइल लोकेशन चंडीगढ़ में मिली। जबलपुर पुलिस ने पंजाब पुलिस की मदद ली, लेकिन वह फरार हो गया। इसके बाद पंजाब से हरियाणा होते हुए छह दिन में 880 किलोमीटर का सफर तय कर आरोपी 17 अप्रैल को अयोध्या पहुंचा। यहां उसका मोबाइल कुछ देर के लिए चालू हुआ, फिर बंद हो गया।
यूपी और एमपी पुलिस मिलकर कर रही थी घेराबंदी
जबलपुर पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर अयोध्या में घेराबंदी की, लेकिन इस बार भी आरोपी भाग निकला। पुलिस अयोध्या, मथुरा में तलाश कर रही थी। इस बीच सूचना मिली कि मुकुल सिंह का मोबाइल कुछ मिनट के लिए नेपाल बॉर्डर पर ऑन हुआ, फिर बंद हो गया। मध्यप्रदेश डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने देश के सभी राज्यों के डीजीपी को ई-मेल के माध्यम से मुकुल सिंह को फोटो भेजकर गिरफ्तारी में मदद मांगी थी।
रिपोर्ट- विजेन्द्र यादव
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