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पुलवामा : मध्यप्रदेश पाकिस्तान को न टमाटर देगा और न उससे आम लेगा

पुलवामा आतंकी हमले को लेकर आक्रोशित मध्यप्रदेश के किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर की आपूर्ति से इनकार कर दिया है। जबकि राज्य के कारोबारियों ने घोषणा की है कि वे आतंकियों को शह देने वाले पड़ोसी देश को...

पुलवामा : मध्यप्रदेश पाकिस्तान को न टमाटर देगा और न उससे आम लेगा
एजेंसियां ,इंदौरSun, 24 Feb 2019 06:19 PM
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पुलवामा आतंकी हमले को लेकर आक्रोशित मध्यप्रदेश के किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर की आपूर्ति से इनकार कर दिया है। जबकि राज्य के कारोबारियों ने घोषणा की है कि वे आतंकियों को शह देने वाले पड़ोसी देश को आर्थिक मोर्चे पर अलग-थलग करने के लिए वहां से आयातित आम, छुहारा और सेंधा नमक नहीं बेचेंगे।

किसान सेना की घोषणा :
किसान सेना के प्रदेश सचिव जगदीश रावलिया ने रविवार को कहा, राज्य के टमाटर उत्पादक किसान उन कारोबारियों को अपनी उपज हर्गिज नहीं बेचेंगे जो पाकिस्तान को इसका निर्यात करते हैं। उन्होंने कहा, पाकिस्तान की शह पर होने वाले आतंकी हमलों में हमारे सैनिकों का खून बह रहा है। ऐसे में हम उसको अपनी उपज नहीं भेजेंगे। भले ही हमें कितना भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़े।

राज्य के झाबुआ, खरगोन, शाजापुर और धार जिलों में खास कर टमाटर का उत्पादन होता है। इन जिलों में उपजाया गया टमाटर दिल्ली और मुंबई की मंडियों से होता हुआ पाकिस्तान पहुंचता है। भारतीय टमाटर की पाकिस्तान में खासी मांग रहती है। 

पाकिस्तानी आम नहीं बेचेंगे :    
इस बीच, इंदौर की देवी अहिल्याबाई होल्कर फल मंडी के कारोबारियों ने भी फैसला किया है कि वे इस बार पाकिस्तान से आयातित आम नहीं बेचेंगे। यह मंडी राज्य में फलों की खरीद-फरोख्त का सबसे बड़ा केंद्र मानी जाती है। 

इंदौर फ्रूट मर्चेंट एसोसिएशन के सचिव नरेश फुंदवानी ने बताया, पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर हमने तय किया है कि हम इस बार पाकिस्तानी आम नहीं बेचेंगे। पाकिस्तानी आम खास कर दिल्ली से होते हुए इंदौर की मंडी में पहुंचता है। 

पाकिस्तानी छुहारा भी रोका :
इंदौर के सियागंज थोक किराना व्यापारी संघ के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने बताया कि उनके संगठन ने भी पाकिस्तान से छुहारा और सेंधा नमक का आयात नहीं करने का फैसला किया है। पुलवामा हमले से पहले हर दिन 300 क्विंटल से ज्यादा पाकिस्तानी छुहारा सियागंज किराना बाजार पहुंच रहा था।  खंडेलवाल ने बताया, अब हम पाकिस्तान से छुहारा और सेंधा नमक नहीं मंगा रहे हैं। हमने अपना पुराना आदेश भी रद्द कर दिया है।

 

पुलवामा हमले से पहले बढ़ रहा था भारत-पाक व्यापार 
पुलवामा आतंकी हमले से पहले भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार सालाना करीब पांच प्रतिशत की दर से बढ़ रहा था, जिसमें अब गिरावट आने की आशंका है। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्टों में रविवार को यह जानकारी दी गई।  रिपोर्टों के अनुसार, पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से सर्वाधिक तरजीही देश (एमएफन) का दर्जा वापस ले लिया है, जो उसने 1995 में दिया था। साथ ही भारत ने पाकिस्तानी सामान पर 200 प्रतिशत की दर से आयात शुल्क लगा दिया। एमएफन के तहत डब्ल्यूटीओ के सभी सदस्य देशों के साथ शुल्क के मामले में बराबर का व्यवहार करना होता है। 

‘डॉन’ अखबार के अनुसार, पाकिस्तान का भारत को सालाना निर्यात कुछ लाख डॉलर का ही है। इसलिए उस पर भारत के इन कदमों का कुछ खास असर नहीं पड़ेगा। लेकिन व्यापार के आंकड़े बताते हैं कि मौजूदा गतिरोध का भारत पर असर होगा। अखबार के कहा, वर्ष जुलाई 2018 से जनवरी 2019 के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार 1.122 अरब डॉलर का रहा जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 1.069 अरब डॉलर के मुकाबले 4.96 प्रतिशत अधिक है। चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों के आंकड़े से पता चलता है कि पाकिस्तान को भारतीय निर्यात कुल द्विपक्षीय व्यापार का 79.33 प्रतिशत है।

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