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Hindi News मध्य प्रदेशMP में करंट के तार की चपेट में आने से तेंदुए की मौत, 6 दिन बाद मिली लाश

MP में करंट के तार की चपेट में आने से तेंदुए की मौत, 6 दिन बाद मिली लाश

वन विभाग के अधिकारी लाल सुधाकर सिंह ने बताया कि तेंदुए का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। तेंदुए की उम्र करीब 4 साल थी। इस मामले में दामोदर प्रसाद केवट नाम के एक व्यक्ति को पकड़ा गया है।

MP में करंट के तार की चपेट में आने से तेंदुए की मौत, 6 दिन बाद मिली लाश
Devesh Mishraलाइव हिंदुस्तान,सतनाSat, 28 Jan 2023 12:07 AM

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मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से चीते आने वाले हैं। चीतों के आने का कूनो में उत्सव मनाया जा रहा है। वहीं सतना से एक बुरी खबर आ रही है। सतना में एक तेंदुए की मौत हो गई। तेंदुए की मौत की जानकारी वन विभाग को कई दिनों बाद पता चली। आज शाम वन विभाग ने तेंदुए के अंतिम संस्कार की तस्वीर जारी की है। मालूम हो कि सखौहा गांव के जंगल में तेंदुए की लाश मिली है।

मिली जानकारी के मुताबिक, तेंदुए की लाश मिलने के बाद वन विभाग में हड़कंप की स्थिति बन गई। जंगल में दुर्गंध फैलने के बाद एक गांव के नागरिक ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारियों ने तेंदुए की लाश को कब्जे में लिया। जांच में पता चला कि तेंदुए की मौत 6 दिन पहले ही हो गई थी। वन विभाग के अधिकारियों ने तेंदुए की हत्या का कारण करंट लगना बताया है। तेंदुए की लाश शुक्रवार सुबह को मिली। वन विभाग के अधिकारियों ने इसकी जानकारी शुक्रवार देर शाम को दी।

वन विभाग के अधिकारी लाल सुधाकर सिंह ने बताया कि तेंदुए का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। तेंदुए की उम्र करीब 4 साल थी। इस मामले में दामोदर प्रसाद केवट नाम के एक व्यक्ति को पकड़ा गया है। दामोदर के खेत में ही तेंदुए की लाश मिली थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

8 महीने पहले भी मिली थी लाश
इस घटना से पहले भी यहां तेंदुआ की लाश मिली थी। 1 जून 2022 को उचेहरा वन परिक्षेत्र के महाराजपुर बीट में तेंदुआ की लाश मिली थी। इससे पहले 30 मई 2022 को जिले के बिरसिंहपुर के पास चकरा नाला में तेंदुआ की लाश मिली थी। शव में बिजली करंट के निशान मिले थे।

गणना में मिले थे 122 तेंदुए
सतना जिले के जंगलों में वर्ष 2018 की पशुगणना से साफ पता चल रहा है कि मांसाहारी जीवों को जिले के जंगल खूब पसंद आ रहे हैं। यही वजह की वन क्षेत्र में 25 बाघ और करीब 122 तेंदुए की मौजूदगी के सबूत मिले हैं। तब करीब दो हजार किमी वन क्षेत्र में मांसाहारी जीवों की गणना की गई थी। इस दौरान करीब सात प्रकार के वन्य जीवों के कुल 1334 साइन मिले। सबसे ज्यादा गोल्डन जैकाल 696, इंडियन फॉक्स 169, बीयर 145, हायना 128, तेंदुआ 122, इंडियन वोल्फ 40 ,टाइगर 25 और डॉग के कुल 9 साइन मिले।

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