फोटो गैलरी

Hindi News मध्य प्रदेशजबलपुर अस्पताल चीफ और VHP नेता को नकली रेमडेसिविर बेचने के लिए पुलिस ने किया गिरफ्तार

जबलपुर अस्पताल चीफ और VHP नेता को नकली रेमडेसिविर बेचने के लिए पुलिस ने किया गिरफ्तार

जबलपुर के विश्व हिंदू परिषद के चीफ और जबलपुर अस्पताल के मालिक सरबजीत सिंह मोखा पर COVID-19 के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा, नकली रेमडेसिविर बेचने का आरोप है। इस आरोप में उनके साथ खरीद और...

जबलपुर अस्पताल चीफ और VHP नेता को नकली रेमडेसिविर बेचने के लिए पुलिस ने किया गिरफ्तार
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीTue, 11 May 2021 07:53 AM
ऐप पर पढ़ें

जबलपुर के विश्व हिंदू परिषद के चीफ और जबलपुर अस्पताल के मालिक सरबजीत सिंह मोखा पर COVID-19 के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा, नकली रेमडेसिविर बेचने का आरोप है। इस आरोप में उनके साथ खरीद और प्रशासन के लिए गिरफ्तार किए गए चार लोगों में शामिल हैं। आरोपी, सरबजीत सिंह मोखा, नर्मदा मंडल का विश्व हिंदू परिषद (VHP) अध्यक्ष भी है। इस मामले में सरबजीत समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।

जबलपुर के सिटी हॉस्पिटल के निदेशक मोखा पर इंदौर से 500 रेमेडिसविर इंजेक्शन मंगाए है, जिसे अस्पताल ने कई COVID-19 रोगियों को दिया गया। उसके खिलाफ अब भारतीय दंड संहिता की धारा 274, 275, 308 और 420 के तहत दर्ज मामला किया गया है।

मामले में अन्य आरोपी  देवेंद्र चौरसिया मोखा और दूसरा, सपन जैन शामिल हैं, ये दोनों मोखा के साथ ही काम करते थे। ये दवा कंपनियों के साथ डीलरशिप संभालते थे। यह घटना तब सामने आई जब गुजरात पुलिस की एक टीम ने एक नकली रेमेडीसविर बनाने वाली कंपनी का भांडा फोड किया और जैन को 7 मई को जबलपुर से गिरफ्तार किया।

एफआईआर के अनुसार, भगवती फार्मा के निदेशक सपन जैन को गुजरात पुलिस ने 7 मई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। भगवती फार्मा और सत्यम मेडिकोस - दोनों की स्टोरेज इकाइयों को नकली रेमेडिसविर इंजेक्शन के भंडारण के संदेह पर सील कर दिया गया था।

वीएचपी प्रांतीय मंत्री, राजेश तिवारी ने कहा है कि मोखा के आरोप सामने आ गए हैं और पुलिस को ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।

पुलिस ने बताया कि छिंदवाड़ा में भी, हमने 3-4 लोगों को पकड़ा है। जबलपुर में कुछ लोग ऑक्सीजन सिलेंडर भी बेचते हुए पकड़े गए, प्रत्येक सिलेंडर के लिए 20 हजार रुपये लिए जा रहे थे।

भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा दिया है। स्वास्थ्य व्यवस्था अपनी क्षमता से ज्यादा काम कर रही है और इसी बीच कुछ ऐसी भी लोग हैं जो आपदा में लोगों की मजबूरियों को फायदा उठाकर अपनी जेबें गर्म कर रहे हैं। इस आपदा में बहुत से ऐसे अस्पताल हैं जो मेडिकल उपकरणों की कमी से जूझ रहे हैं, इनमें रेमेडीसविर और ऑक्सीजन  शामिल हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें