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Hindi News मध्य प्रदेशMP में हैंडपंप से पानी के बजाए निकल रही शराब, माफियाओं का कारनामा देख पुलिस हैरान

MP में हैंडपंप से पानी के बजाए निकल रही शराब, माफियाओं का कारनामा देख पुलिस हैरान

टंकियों से कुछ दूरी पर एक हैंडपंप लगा था। इसी हैंडपंप से जमीन में गड़े हुए ड्रम से आरोपी शराब निकालते थे। फिर उन्हें छोटी थैलियों में भरकर बेचते हैं। पुलिस ने 8 आरोपियों की पहचान कर ली है। 

MP में हैंडपंप से पानी के बजाए निकल रही शराब, माफियाओं का कारनामा देख पुलिस हैरान
Suyash Bhattलाइव हिंदुस्तान,भोपालTue, 11 Oct 2022 12:54 PM

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मध्य प्रदेश के गुना से कच्ची और जहरीली अवैध शराब बनाने वाले माफियाओं का बड़ा कारनामा सामने आया है। जहां शराब माफियाओं ने जमीन के अंदर टंकीयों को गढ़ाकर जमीन में कच्ची शराब को छुपाकर रखा था। हैरान कर देने वाली बात ये है कि कच्ची शराब को निकालने के लिए हेडपंप लगा रखा था। जिसे देख कर पुलिसकर्मी भी दंग रह गए। 

जानकारी के अनुसार माफियाओं ने जमीन के अंदर टंकियां गाड़ कर उस में अवैध रूप से कच्ची शराब बनाकर छुपाई थी। आरोपी माफिया हैंडपंप से कच्ची शराब निकालकर इसकी सप्लाई किया करते थे। यह मामला गुना जिले के भानपुरा का बताया जा रहा है। पुलिस ने सोमवार को अवैध शराब के 2 ठिकानों पर छापा मारा। इस दौरान हजारों लीटर कच्ची शराब जब्त की गई। हालांकि, आरोपी भाग निकले। पुलिस ने 8 आरोपियों की पहचान कर ली है। 

दरअसल चांचौड़ा इलाके का भानपुरा गांव, यहां अधिकतर कंजर समुदाय के लोग रहते हैं। इस गांव का लगभग हर परिवार कच्ची शराब बनाने का काम करता है। इन्होंने जगह-जगह कच्ची शराब की भटि्टयां लगा रखी हैं। इसी तरह राघौगढ़ इलाके का साकोन्या गांव। यहां भी बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बनाई जाती है। ये दोनों गांव जंगली इलाके में हैं, इसलिए यह जगह कच्ची शराब बनाने के लिए मुख्य केंद्र बनी हुई हैं। जंगल होने का फायदा पुलिस की दबिश के दौरान भी मिलता है। लेकिन आरोपी फायदा उठाकर घने जंगलों में भाग जाते हैं।

बता दें कि भानपुरा में चांचौड़ा एसडीओपी दिव्य और साकोन्या में राघौगढ़ एसडीओपी के नेतृत्व में टीम ने एक साथ छापा मारा। लेकिन पुलिस को देखते ही आरोपी भाग निकले। सर्चिंग के दौरान जमीन में अंदर शराब के ड्रम मिले। यहां कच्चे झोपड़ीनुमा घर बने हुए थे। पास में पानी का पक्का टैंक बना हुआ था। पुलिस ने खुदाई शुरू की तो कई ड्रम जमीन से निकलते गए।

वहीं चांचौड़ा थाना प्रभारी रवि कुमार गुप्ता ने बताया कि टंकियों से कुछ दूरी पर एक हैंडपंप लगा था। इसी हैंडपंप से जमीन में गड़े हुए ड्रम से आरोपी शराब निकालते थे। फिर उन्हें छोटी थैलियों में भरकर बेचते हैं। एक छोटी थैली की कीमत लगभग 40 रुपए होती है। उन्होंने बताया कि शराब निकालने के लिए हैंडपंप का ही इस्तेमाल किया जाता है। इसमें नीचे एक 8-10 फीट का पाइप जुड़ा हुआ होता है। पाइप को जमीन में अंदर गड़े हुए ड्रम में लगा देते हैं। वहीं, दूसरे पाइप को बाहर रखे अलग ड्रम में लगाकर उसमें शराब भर देते हैं। 

इन दोनों गांव में पिछले एक साल में पुलिस ने 4-5 बार कार्रवाई की है। इसके बाद भी आरोपी भाग निकलते हैं। पुलिस के हाथ कोई आरोपी नहीं आता। गांव में केवल महिलाएं ही मिलती हैं। वहीं, हर बार लाहन और शराब बनाने के उपकरण पुलिस नष्ट कर देती है, लेकिन कुछ महीनों में ही पूरा सेटअप फिर से लगा लिया जाता है।

फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। अवैध रूप से शराब का कारोबार करने वाले माफियाओ के खिलाफ गुना पुलिस ने यह बड़ी कार्यवाही की है। पुलिस ने अवैध शराब के ठिकानों पर की कार्रवाई, 6000 लीटर लहान जब्त कर लिया है। पुलिस ने कार्रवाई कर 6 लोगों पर केस दर्ज किया।

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