इंदौर ने आखिर कैसे डलवाई सफाई की आदत, 45 दिन में ही 26 लाख लोग गाड़ी में डालने लगे कचरा
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में लगातार चैथी बार इंदौर शहर ने नंबर वन का खिताब जीता. इंदौर में ऐसी क्या बात है कि इस शहर ने एक बार फिर से नंबर वन का खिताब जीत लिया। इंदौर के लोगों को कचरा पेटी में ही कचरा...

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में लगातार चैथी बार इंदौर शहर ने नंबर वन का खिताब जीता. इंदौर में ऐसी क्या बात है कि इस शहर ने एक बार फिर से नंबर वन का खिताब जीत लिया। इंदौर के लोगों को कचरा पेटी में ही कचरा फेंकने की आदत थी। व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए पहले सभी कचरा पेटियां हटाईं गई और 467 रूट पर 575 कचरा वाहन लगाए गए और घर-घर जाकर कचरा लिया गया। इन्हीं छोटे-छोटे स्टेपों और आदतों से एक दिन बड़ी कामयाबी हासिल की जा सकती है।
जैसा कि इंदौर शहर ने किया. यहां के 26 लाख लोगों ने 45 दिन में ही कचरा गाड़ी में डालने की आदत बना ली। अब ये आदत बनती कैसे है इस संबंध में द न्यूयॉर्क टाइम्स की हेल्थ साइट की फाउंडिंग एडिटर तारा पार्कर-पोप ने विभिन्न शोधों के आधार पर आदत बदलने के विज्ञान पर लिखा है।
उनके अनुसार अच्छी स्वास्थ्यवर्धक आदतें अपनाना दृढ़ इच्छाशक्ति के बजाय इस पर निर्भर करता है कि हम खुद को सफलता के लिए कितना तैयार कर पाते हैं। उन्होंने लिखा कि सफलता की ओर छोटे कदमों के बजाय हम व्यायाम करने या वजन घटाने के लिए बड़े साहसिक संकल्प लेते हैं जो ठीक नहीं है।
अगर बदलाव लाना है तो नई आदत को पुरानी आदत से जोड़ें। सुबह की दिनचर्या नियमित होती हैं, ऐसे में नई आदत को इसी समय जोड़ें। जैसे चाय से पहले एक मिनट का ध्यान रखा जा सकता है तो ब्रश करते समय कोई एक्सरसाइज की जा सकती है।
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