खुशियों को संक्रमण का गहण, ग्वालियर में कोरोना ने छीन ली पांच दिन की मासूम की जिंदगी
कोरोना संक्रमण की यह तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। ग्वालियर में पांच दिन की एक मासूम ने कोरोना की चपेट में आकर दम तोड़ दिया। पांच दिन पहले इस मासूम का जन्म ग्वालियर के डबरा तहसील के...

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कोरोना संक्रमण की यह तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। ग्वालियर में पांच दिन की एक मासूम ने कोरोना की चपेट में आकर दम तोड़ दिया। पांच दिन पहले इस मासूम का जन्म ग्वालियर के डबरा तहसील के अस्पताल में हुआ था। अचानक तबीयत खराब होने के बाद उसे डबरा सिविल हॉस्पिटल से ग्वालियर के कमलाराजा अस्पताल में रेफर किया गया था। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
यह है मामला
डबरा निवासी ममता की डिलीवरी होनी थी। परिवार के लोग उसे डबरा सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां उसका कोरोना टेस्ट किया गया। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसकी डिलीवरी कराई गई और उसने बच्ची को जन्म दिया। पैदा होने के दूसरे दिन बच्ची अस्वस्थ दिखने लगी। इसके बाद 18 जनवरी को उसे ग्वालियर के कमलाराजा अस्पताल स्थित पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती कराया गया। यहां बच्ची का कोरोना टेस्ट हुआ तो वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई। आईसीयू में पांच दिन तक जिंदगी से संघर्ष के बाद उसने दम तोड़ दिया।
बच्ची को कोरोना कैसे हुआ हो रही जांच
बताया जा रहा है कि प्रमोद कुमार और ममता की शादी की एक साल हुई है। शादी के एक साल बाद पहले पिता का कहना है कि घर में किसी को कोरोना नहीं था। बेटी की मां भी संक्रमित नहीं निकली।अब आशंका जताई जा रही है कि अस्पताल में ही लापरवाही से उसे कोरोना हुआ है। वहीं इस मामले को लेकर मुख्य एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा का कहना है की बच्ची कैसे संक्रमित हुई है इसकी जांच की जा रही है। क्योंकि डिलीवरी के दौरान जब मां की जांच की गई तो वह नेगेटिव पाई गई थी। परिवारजन के साथ-साथ डबरा सिविल अस्पताल के डॉक्टर सहित स्टाफ की जांच कराई जा रही है।