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सीईओ बनकर कमाई 700 फीसद ज्यादा संपत्ति, रिटायर्ड अधिकारी के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू का छापा

सिवनी के घंसौर जनपद में सीईओ (मुख्य कार्यपालन अधिकारी) रहे रिटायर्ड अधिकारी नागेंद्र यादव के जबलपुर और मंडला स्थित ठिकानों पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने गुरुवार को छापे मारे हैं। उनके पांच...

सीईओ बनकर कमाई 700 फीसद ज्यादा संपत्ति, रिटायर्ड अधिकारी के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू का छापा
भोपाल, लाइव हिंदुस्तानThu, 21 Oct 2021 06:13 PM

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सिवनी के घंसौर जनपद में सीईओ (मुख्य कार्यपालन अधिकारी) रहे रिटायर्ड अधिकारी नागेंद्र यादव के जबलपुर और मंडला स्थित ठिकानों पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने गुरुवार को छापे मारे हैं। उनके पांच साल से ज्यादा के सीईओ कार्यकाल में वेतन से करीब 716 फीसद ज्यादा संपत्ति कमाने के साक्ष्य मिलने के बाद ईओडब्ल्यू ने छापे मारे हैं।

नागेंद्र यादव आदिम जाति कल्याण विभाग में मंडल संयोजक के रूप में 1990 में नियुक्त हुआ था और इसके बाद उसे 2005 में विकासखंड शिक्षा अधिकारी पद पर पदोन्नति मिली थी। 2005 में पदोन्नति पर वह सिवनी जिले के घुघरी में पदस्थ हुआ था जहां उसे सीईओ जनपद घुुघरी का भी प्रभार मिला। प्रतिनियुक्ति पर नागेंद्र यादव को सीईओ घंसोर सिवनी का भी कार्यभार मिला था। उसका रिटायरमेंट 2020 में हुआ था। 

ईओडब्ल्यू ने 2005 से 2010 की जांच की
ईओडब्ल्यू ने नागेंद्र के प्रतिनियुक्ति अवधि 2005 से 2010 की जांच की थी, जिसमें अनियमितताओं से आय से ज्यादा संपत्ति अर्जित करने के तथ्य सामने आए। इसके आधार पर हाल ही में एफआईआर दर्ज हुई है। नागेंद्र के सीईओ के कार्यकाल की जांच में पाया गया कि उस अवधि में 11 लाख 91 हजार रुपए वेतन मिला लेकिन जो उसने उस दौरान संपत्ति कमाई वह 97 लाख 30 हजार से ज्यादा की थी। इस प्रकारण 716 फीसदी ज्यादा संपत्ति कमाने पर एफआईआर दर्ज की गई।

दो टीमों ने मारे छापे
नागेंद्र यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद ईओडब्ल्यू ने दो टीमें बनाकर जबलपुर व मंडला में उसके ठिकानों पर गुुरुवार को छापे मारे। छापे में उसके घर से एक लाख 84 हजार रुपए की नकद राशि मिली तथा एक घर पर करीब साढ़े तीन सौ ग्राम के सोने के जेवर पाए गए। तीन बैंक लॉकर का रिकॉर्ड भी मिला है। इसके अलावा नागेंद्र के घर से मंडला के महाराजपुर व बिछिया में दो कृषि भूमि, महाराजपुर में पुश्तैनी घर को गिराकर बनाया गया नया मकान, व्यावसायिक प्रयोजन वाला मंडला में दो मंजिला मकान, भोपाल में एक फ्लैट, जबलपुर में दो मंजिला मकान तथा एक स्कॉर्पियो चार पहिया गाड़ी व एक दो पहिया वाहन के दस्तावेज भी मिले हें।

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