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Hindi News मध्य प्रदेशमध्य प्रदेश कांग्रेस में चिंतन शिविर का लगातार दूसरे दिन इफेक्ट, एक व्यक्ति एक पद का एससी विभाग पर असर, पढ़िये अभी कहां और जरूरत

मध्य प्रदेश कांग्रेस में चिंतन शिविर का लगातार दूसरे दिन इफेक्ट, एक व्यक्ति एक पद का एससी विभाग पर असर, पढ़िये अभी कहां और जरूरत

खंडवा और बुरहानपुर की रिक्त जिला कमेटियों के बाद अब एक व्यक्ति एक पद के तहत एससी विभाग को नए अध्यक्ष के साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष भी मिल गए हैं। एक व्यक्ति एक पद पर मध्य प्रदेश में सख्ती की जरूरत।

मध्य प्रदेश कांग्रेस में चिंतन शिविर का लगातार दूसरे दिन इफेक्ट, एक व्यक्ति एक पद का एससी विभाग पर असर, पढ़िये अभी कहां और जरूरत
लाइव हिंदुस्तान,भोपालFri, 20 May 2022 06:06 PM

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कांग्रेस के उदयपुर चिंतन शिविर के मध्य प्रदेश में तेजी से इफेक्ट दिखाई दे रहे हैं। मध्य प्रदेश में लगातार दूसरे दिन यह असर दिखाई दिया। गुरुवार को खंडवा और बुरहानपुर की रिक्त जिला कमेटियों के बाद अब एक व्यक्ति एक पद के तहत अनुसूचित जाति विभाग को नए अध्यक्ष के साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष भी मिल गए हैं। हालांकि एक व्यक्ति एक पद पर मध्य प्रदेश में सख्ती की जरूरत है क्योंकि आज भी कई ऐसे नेता हैं जिनके पास दो से लेकर चार पद के विजिटिंग कार्ड हैं।

उदयपुर चिंतन शिविर के छह बिंदुओं के फैसलों का मध्य प्रदेश कांग्रेस पर लगातार दूसरे दिन भी असर दिखाई दिया। गुरुवार को खंडवा और बुरहानपुर जिला कांग्रेस कमेटियों के रिक्त पदों को भर दिया गया था। आज दूसरे दिन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने एमपी के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष के रूप में प्रदीप अहिरवार की नियुक्ति की है। साथ ही चार कार्यकारी अध्यक्ष गुरुचरण खरे, राजेंद्र मालवीय, राजेंद्र प्रसाद सोलंकी व नितेष नरवाले की भी नियुक्ति की गई है। एससी विभाग में सुरेंद्र चौधरी अध्यक्ष थे जो पीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। इसलिए उनके स्थान पर कमलनाथ सरकार के दौरान बसपा से आए प्रदीप अहिरवार को अध्यक्ष बनाया गया है। प्रदीप अहिरवार बसपा की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्हें कमलनाथ सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में अनुसूचित जाति कल्याण आयोग का सदस्य बनाया था।

एक व्यक्ति एक पद के दायरे में ये नेता भी आएंगे
एक व्यक्ति एक पद के चिंतन शिविर के फैसले के दायरे में मध्य प्रदेश कांग्रेस के कई नेता आते हैं जिनमें प्रमुख पीसीसी के कोषाध्यक्ष और उपाध्यक्ष अशोक सिंह हैं जिनके पास ग्वालियर ग्रामीण अध्यक्ष का पद भी है। जीतू पटवारी पीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष हैं और मीडिया विभाग के अध्यक्ष भी हैं। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष विभा पटेल प्रवक्ता भी हैं। जेपी धनोपिया के पास चुनाव कार्य प्रभारी, विभाग-प्रकोष्ठ समन्वयक व महामंत्री पद हैं तो विचार विभाग के अध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भी हैं। इनके अलावा प्रदेश के कई जिलों के पदाधिकारियों के पास पीसीसी के सचिव और प्रवक्ता जैसे पद भी हैं।  प्रदेश कांग्रेस के अधिकांश प्रवक्ताओं के पास पीसीसी या डीसीसी के पद भी हैं। 

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