डायनासोर के अंडों के जीवाश्म मिले, मध्य प्रदेश के इस इलाके को संरक्षित करने का आदेश
मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा वन मंडल में आने वाले वरला रेंज में डायनासोर के अंडे के जीवाश्म मिलने की पुष्टि हुई है। दरअसल एक पहाड़ी क्षेत्र में पौधारोपण के दौरान अतिक्रमण रोकने के लिए खाई...
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मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा वन मंडल में आने वाले वरला रेंज में डायनासोर के अंडे के जीवाश्म मिलने की पुष्टि हुई है। दरअसल एक पहाड़ी क्षेत्र में पौधारोपण के दौरान अतिक्रमण रोकने के लिए खाई खोदी गई थी। इस दौरान जमीन से निकला मटीरियल वहीं रखा हुआ था। 2 साल पहले वनरक्षक बद्रीलाल तरौले की पोस्टिंग क्षेत्र में हुई थी। अब उनका दावा है कि ये डायनासोर के जीवाश्म हो सकते हैं।
पुरातत्व अधिकारियों ने की पुष्टि
ब्रदीलाल का कहना है कि उन्होंने पहले भी दूसरे स्थानों पर डायनासोर के जीवाश्म देखे थे। अधिकारियों को सूचना दी गई और अधिकारियों ने इसे जांच के लिए भेजा। अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि यह डायनासोर के अंडे ही हैं। पुरातत्व विभाग की टीम ने इस इलाके का दौरा किया था। टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को देखा। जो सैंपल कलेक्ट किए गए थे उनके डायनासोर के अंडों का जीवाश्म होने की पुष्टि हो चुकी है।
लाखों साल पुराने
बताया जा रहा है कि अंडों के यह जीवाश्म 50 से 60 लाख वर्ष पुराने हो सकते हैं। पुरातत्व विभाग का उनका दावा है कि पुरातत्व विभाग की टीम ने बताया है कि यहां पर और भी अंडे होने की संभावना है। संबंधित स्टाफ को निर्देश दिया है कि उस क्षेत्र को संरक्षित करें। पुरातत्वविद इंदौर जोन के डॉ डीपी पांडे के मुताबिक एक साल पहले सेंधवा वन विभाग के डीएफओ ने हमारे पास भेजा था जांच के लिए। यह वाकई डायनासोर के अंडे हैं ओर लाखों वर्ष पुराने हैं।