रायसेन में हुए सड़क हादसे के दौरान हुई गायों की मौत, शवों के पास बैठकर कंप्यूटर बाबा ने दिया धरना, सरकार को दी चेतावनी
कम्प्यूटर बाबा ने बताया कि वह सुबह रायसेन से भोपाल की तरफ जा रहे थे। और सुल्तानपुर के पास सड़क पर डेढ़ दर्जन से ज्यादा गायें मरी पड़ी थीं। यह देखकर मुझे बड़ा दुख लगा और वहीं पर धरने पर बैठ गया।
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मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के NH45 पर हुए सड़क हादसे में 12 से ज्यादा गायों की मौत हो गई। यह हादसा सेमरी खुर्द सुल्तानपुर के पास हुआ। उसी दौरान इसी मार्ग से गुजर रहे कम्प्यूटर बाबा इस घटना को देखकर भोपाल -जबलपुर मार्ग पर ही गायों के शवों के साथ धरने पर बैठ गए।
दरअसल कम्प्यूटर बाबा ने बताया कि वह सुबह रायसेन से भोपाल की तरफ जा रहे थे। और सुल्तानपुर के पास सड़क पर डेढ़ दर्जन से ज्यादा गायें मरी पड़ी थीं। यह देखकर मुझे बड़ा दुख लगा और वहीं पर धरने पर बैठ गया। उन्होंने सरकार से निवेदन करते हुए कहा कि गायों को गौशालाओं में भेजा जाए। और ऐसा अगर नहीं तो होता है तो संत समाज ठोस कदम उठाएगा। हम गौमाता की ऐसी दुर्दशा नहीं देख सकते।
इस दौरान कम्प्यूटर बाबा ने गौशाला मालिकों को भी जमकर लताड़ा। उन्होंने प्रशासन से मालिकों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं के मालिकों को भी सुधरना जरूरी है, वो गाय का दूध निकाल कर उन्हें छोड़ देते हैं। हालांकि बाद में प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद कम्प्यूटर बाबा ने धरना खत्म किया।
हाल ही में इंदौर से देपालपुर आ रही एक आयशर को हिंदूवादी संगठन ने पकड़ा था। आयशर में 34 गांयो को ठूस ठूस कर भरा गया था जिसमे 21 गांयो की मौत हो गई। 7 गांयो को गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंचाया गया हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को इसकी सूचना दी। जानकारी अनुसार गायों को राजस्थान से लाया जा रहा था। हिन्दू समाज एवं जबरेश्वर सेना के कार्यकर्ता ने मामले पर नाराजगी जाहिर करते हुए थाने पहुंचकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की।
इस मामले को लेकर गौतमपुरा थाना प्रभारी मीना कर्णावत ने बताया था कि हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने सूचना दी थी की आयशर वाहन में गोवंश को भरकर राजस्थान से कहीं दूसरी जगह ले जाया जा रहा था। हिंदू संगठन के लोग मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने गाड़ी को रोक कर देखा तो उसमें गायों को रखा गया था। और 21 गायों की मौत हो गई थी।