फोटो गैलरी

Hindi News मध्य प्रदेशमध्य प्रदेश उपचुनाव: कांग्रेस ने नौ उम्मीदवारों की दूसरी सूची की जारी

मध्य प्रदेश उपचुनाव: कांग्रेस ने नौ उम्मीदवारों की दूसरी सूची की जारी

मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने नौ उम्मीदवारों की सूची जारी की है। नौ विधानसभा सीटों में से जौरा से पंकज उपाध्याय, सुमवाली से अजब कुशवाहा, ग्वालियर ईस्ट से सतीश सिकरवार, पोहरी से...

मध्य प्रदेश उपचुनाव: कांग्रेस ने नौ उम्मीदवारों की दूसरी सूची की जारी
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSun, 27 Sep 2020 07:40 PM
ऐप पर पढ़ें

मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने नौ उम्मीदवारों की सूची जारी की है। नौ विधानसभा सीटों में से जौरा से पंकज उपाध्याय, सुमवाली से अजब कुशवाहा, ग्वालियर ईस्ट से सतीश सिकरवार, पोहरी से हनबल्लभ शुक्ला, मंगोली से कन्हैया राम लोधी, सुरखी से पारुल साहु, मंधाता से उत्तम राज नारयन सिंह, बंदवार से अभिषेक सिंह टिंकू बाना, सुवासारा से राकेश पाटिदार को उम्मीदवार घोषित किया है।

बता दें कि मध्य प्रदेश की 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग इन दिनों उम्मीदवार से नामांकन पत्र, शपथ पत्र और नामांकन को लेकर सिक्युरिटी मनी ऑनलाइन ही जमा करा रहा है। हालांकि, चुनाव के लिए अभी तक तारीखों का ऐलान नहीं हो पाया है। यह चुनाव मध्य प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के लिए काफी अहम है क्योंकि यहां पहले कमलनाथ की अगुवाई कांग्रेस की सरकार थी लेकिन बीच में राजनीतिक समीकरण बदल गए और राज्य में सत्ता परिवर्तन हो गया। 

वहीं, राजनीतिक पार्टिया चुनाव प्रचार की भी तैयारी में हैं। मध्य प्रदेश के अशोकनगर में पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक साथ मंच पर दिखे। दोनों नेताओं ने अपनी इस जोड़ी तो शिव-ज्योति एक्सप्रेस का नाम दिया।

यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश में कांग्रेस उपचुनाव जीती तो दोबारा 'परदे के पीछे मुख्यमंत्री' बन जाएंगे दिग्विजय: सिंधिया

राजपुर में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, कमलनाथ जैसे मुख्यमंत्री का आचार डालेंगे क्या, जो अपने विधायकों की नहीं सुन रहे थे। इसलिए महाराज ने सरकार को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया। मुख्यमंत्री चौहान ने पूर्व कांग्रेस सरकार से मिले खाली खजाने पर कहा कि कांग्रेस की नीति, नीयत और नेता ठीक नहीं हैं, इसलिए लक्ष्मीजी उनसे रूठीं थीं। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें