MP सच में गजब है! पानी का बिल नहीं भर पाया तो भैंस ही खोल ले गए अफसर
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक शख्स पानी का बिल नहीं जमा करा पाया तो नगर निगम के अधिकारी उसकी भैंस खोलकर ले गए। बताया जा रहा है कि शख्स पर 1.29 लाख रुपए बकाया था जो वह जमा नहीं करा पा रहा था।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बकाया बिल वसूली का अजब-गजब मामला सामने आया है। यहां एक शख्स पानी का बिल नहीं चुका पाया तो नगर निगम के अधिकारी उसकी भैंस खोलकर ले गए। बताया जा राह है कि पानी का करीब एक लाख 29 हजार रुपए बिल जमा नहीं कर पा रहा था। इसके बाद नगर निगम के अधिकारियों ने उसकी भैंस को जब्त कर लिया।
बता दें इस समय ग्वालियर नगर निगम की ओर से शहर में प्रॉपर्टी टैक्स, पानी बिल के के बकायेदारों के खिलाफ वसूली अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत नगर निगम के अधिकारी वार्ड क्रमांक 35 के डलिया वाला मोहल्ले में रहने वाली डेरी संचालक बाल कृष्ण पाल के घर पर पहुंच गए। जब नगर निगम के अधिकारियों ने डेरी संचालक बालकृष्ण पाल को बकाया 1.29 लाख जमा कराने के लिए कहा तो उसने इसमें अपनी असमर्थता जताई। उसने कहा कि उसके पास अभी इतने पैसे नहीं हैं।
नगर निगम के अधिकारियों की नजर उसके घर बनी एक भैंस पर पड़ गई। अफसरों ने ने डेयरी संचालक से कहा कि यदि वह बिल नहीं चुका सकता है तो भैंस को ले जाएंगे। अधिकारियों ने सिर्फ कहा नहीं, किया भी ऐसा ही। वह भैंस खोलकर चलते बने। नगर निगम की वसूली स्टाफ के सहायक यंत्री केसी अग्रवाल ने बताया है कि नगर निगम के कर्मचारियों ने पहले भैंस को जप्त किया और उसके बाद नगर निगम द्वारा संचालित लाल टिपारा स्थित आदर्श गौशाला में छोड़ दिया है जब तक वह जलकर बिल नहीं भरता है तब तक उसकी भैंस को वापस नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि नगर निगम के द्वारा वसूली अभियान में शहर के अलग-अलग इलाकों में कार्रवाई की जा रही है कि नगर निगम के कमिश्नर किशोर कन्याल का कहना है कि ग्वालियर लगातार वसूली अभियान में पिछड़ता जा रहा है और इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि उपभोक्ता संपत्ति कर और जलकर को भरने में आनाकानी कर रहे हैं। यही कारण है कि अबकी बार वसूली अभियान में कड़ाई से शक्ति दिखाई जा रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा वसूली हो सके।