125 नहीं सोनम ने 234 बार की थी कॉल, पुलिस को मिल गया राजा रघुवंशी का भी फोन; अब क्या करेगी SIT
राजा रघुवंशी हत्याकांड में एसआईटी ने एक और मोबाइल फोन बरामद किया है। यह फोन राजा रघुवंशी का ही है। अब एसआईटी इस मामले में सभी साक्ष्यों को आपस में जोड़कर मामले की गुत्थी सुलझाने का प्लान बना रही है।

राजा रघुवंशी हत्याकांड में लगातार खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में अब नया खुलासा हुआ है। मेघालय पुलिस को राजा रघुवंशी का फोन भी मिल गया है। इससे पहले पुलिस ने सोनम के साथ अन्य चार आरोपियों के भी फोन बरामद कर चुकी है। एसआईटी ने नया खुलासा करते हुए बताया संजय वर्मा के नाम से ली गई सिम से कोई और नहीं बल्कि राज ही फोन करता था। इस दौरान बात सामने आई थी कि राज और सोनम के बीच 125 नहीं, बल्कि 234 बार कॉल आई थी। अब एसआईटी इस मामले में क्या प्लान कर रही है? आइए जानते हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोनम के मोबाइल नंबर 97701-17734 की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से पता चला है कि वह रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के जरिए संजय वर्मा से लगातार संपर्क में थी। यह भी ज्ञात हुआ है कि संजय 11 मई को राजा से शादी से पहले सोनम से लगातार फोन पर संपर्क में था। मार्च से अप्रैल 2025 के बीच दोनों के बीच मोबाइल पर घंटों बातचीत हुई। सोनम ने 21 दिनों में संजय वर्मा से 234 बार बात की। उन्होंने बताया कि दिलचस्प यह भी है कि मोबाइल नंबर फिलहाल बंद है और संजय का पता नहीं है।
अब क्या है SIT का प्लान
पुलिस महानिदेशक इदाशिशा नोंग्रांग ने बताया कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। हम इस पर काम कर रहे हैं। फिलहाल हम कोई डिटेल साझा नहीं कर सकते। राजा की हत्या के मामले की जांच कर रही एसआईटी हर दिन सामने आ रहे नए सबूतों को एक साथ जोड़ने की कोशिश कर रही है ताकि एक मजबूत मामला बनाया जा सके। हमने आरोपी व्यक्तियों और पीड़ित के सभी चार फोन ढूंढ लिए हैं।आरोपियों द्वारा क्षतिग्रस्त किया गया एक फोन राजा के शव के पास मिला था। दो मोबाइल फोन सोनम के थे और चौथा फोन अन्य आरोपियों में से एक का था। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने एक फोन को छोड़कर बाकी फोन को तोड़ दिया था और आरोपियों ने इन्हें शिलांग-सोहरा में अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया था।
राजा की हत्या के सिलसिले में गत 23 मई को वेई सावडोंग पार्किंग में एसआईटी ने राज सिंह कुशवाह, आकाश राजपूत और विशाल सिंह चौहान तथा आनंद कुर्मी को गिरफ्तार किया था जिसके कुछ ही घंटों बाद आठ जून को सोनम ने गाजीपुर जिले के नानगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया।
नॉनग्रांग ने बताया कि सोनम और राज कुशवाह जांचकर्ताओं के समक्ष विरोधाभासी बयान दे रहे हैं जबकि अन्य तीन आरोपियों के बयानों में बहुत कम विरोधाभास है। विशेष टीम अभी मध्य प्रदेश के इंदौर में है, जहां वह जांच में नए डिजिटल साक्ष्यों का विश्लेषण करने और उन्हें एक साथ जोड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। इस बीच आठ दिन की पुलिस हिरासत पूरी करने के बाद सभी पांचों आरोपियों को गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा। एसआईटी के सभी आरोपियों की अतिरिक्त पुलिस रिमांड मांगे जाने की उम्मीद है।