
MP के 13 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, अगले तीन दिन इन जिलों में जमकर बरसेंगे बदरा
संक्षेप: मध्य प्रदेश में फिलहाल तीन सिस्टम सक्रिय हैं। मौसम विभाग ने 25 अगस्त के आसपास ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों एवं उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना जताई है।
मध्य प्रदेश में बने अलग-अलग सिस्टम की वजह से इन दिनों पूरे प्रदेश में रिमझिम से लेकर भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को देर रात तक के लिए राज्य के नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, आगर-मालवा, राजगढ़, श्योपुर, दमोह, सतना, शहडोल, सिंगरौली, मंडला और बालाघाट जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां पर 5 से 15 मिमी प्रति घंटे की रफ्तार से बारिश हो सकती है। इसके अलावा ज्यादातर जिलों के लिए विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। बता दें कि वर्तमान मं प्रदेश में एक मॉनसून ट्रफ उत्तरी और पश्चिमी हिस्से से गुजर रही है, एक अन्य ट्रफ बीचोंबीच में है और इसके साथ ही एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव है। जिसके कारण से तेज बारिश का दौर जारी है।

पिछले 24 घंटो के मौसम की बात करें तो इस दौरान प्रदेश के चंबल और रीवा संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, सागर संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर वहीं भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर वर्षा रिकॉर्ड की गई एवं शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। बीते दिन प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस खजुराहो (छतरपुर) में दर्ज किया गया तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस खंडवा में दर्ज किया गया।
अगले तीन दिन कहां अति भारी बारिश की संभावना
शुक्रवार 22 अगस्त के लिए मौसम विभाग ने प्रदेश के नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, शिवपुरी और श्योपुर जिलों में बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां आंधी चलने के साथ बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं। इसके अलावा अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, अशोकनगर, मुरैना, सिवनी, मंडला, बालाघाट जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए यहां भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है।
शनिवार 23 अगस्त के लिए मौसम विभाग ने प्रदेश के नीमच और शिवपुरी जिलों में बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां आंधी चलने के साथ बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं। इसके अलावा मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, उज्जैन, आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, मुरैना जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
रविवार 24 अगस्त के लिए विभाग ने प्रदेश के नीमच, मंदसौर, श्योपुर, मुरैना, भिण्ड, ग्वालियर, दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर और निवाड़ी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए यहां भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है। इस दौरान यहां तेज हवाएं चलने व बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं।
मौसम विभाग ने 25 अगस्त के आसपास ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों एवं उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना जताई है।

बीते दिन प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर हुई वर्षा के प्रमुख आंकड़े (मिमी में)
बड़ौद 148, करहल 98, जावरा 96, मनासा 93, श्योपुर 78, जावद 71, पिपलोदा 65, बड़ौद 63, सैलाना 60, पोहरी 60, धुंधड़का 58, कैलारस 56, ब्यावरा 54, सुसनेर 51, मकसूदनगढ़ 45, बदरवास 45, खनियाधाना 43, गुना 41.6, उमरवन 40, नीमच 39, बाजना 39, रावटी 38, नलखेड़ा 37, बिछिया 36, रतलाम 36, मोहखेड़ा 35.3, भावगढ़ 34, धार 32, कोतमा 31, गाडरवारा 31, शिवपुरी 31, मटियारी 30, पानसेमल 29, नबीबाग 29.3. आरोन 29, आलोट 29, भोपाल 28.2, तिरला 28, कुंभराज 28, राजगढ़ 27, बमौरी 27, रायसेन 27, बेनीबारी 26.4. चंदेरी 26, राधौगढ़ 26, कालापीपल 26, विदिशा 26, पचमढ़ी 25.4, बड़वानी 25, उदयनगर 25, ताल 25, नरसिंहगढ़ 24.4, गैरतगंज 24.2, सीहोर 23.3. खंडवा 23, छपारा 23, प्रभातपट्टन 22.2, सागर 22.2. आगर 22, धरमपुरी 22, चाचौड़ा 22, धनौरा 21.5, कटनी 20, बड़वाह 20, गढ़ाकोटा 20, आष्टा 20, पठारी 20, शमशाबाद 20, इंदौर में 9.4 और उज्जैन 9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
गुना में भारी बारिश के कारण तेज बहाव में फंसी बस, यात्री सुरक्षित
गुना और आसपास के इलाकों में जारी भारी बारिश की वजह से यहां के नदी-नाले उफान पर हैं। जिसके चलते झागर चौकी अन्तर्गत भौंरा नदी पर बने पुल को पार करते समय गुरुवार को एक सवारी बस नदी के तेज बहाव फंस गई और उसका अगला पहिया पुल से नीचे चला गया। यह बस गुना से फतेहगढ़ की ओर जा रही थी। हालांकि अच्छी बात यह रही कि इस घटना के वक्त बस में यात्री सवार नहीं थे। पुल पार करने से पहले ही सवारियों को नीचे उतार दिया गया था। बस के पलटने के बाद पुलिस को सूचना दी गई और गांव वालों की मदद से उसे बाहर निकाला गया। हैरानी की बात यह थी कि आंखों के सामने यह घटना होने के बाद भी लोग पुलिस की मौजूदगी में बाइकों को पुल पर ले जाते हुए जान जोखिम में डालकर नदी पार करते रहे।
सिनोटिक मौसमी परिस्थितियां
वर्तमान में मॉनसून ट्रफ सूरतगढ़, रोहतक, फतेहगढ़, गया, दीघा से होकर पूर्व-दक्षिण-पूर्व दिशा में उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र और संलग्न बांग्लादेश के ऊपर, ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश और निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर, ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। पश्चिम राजस्थान और निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर, ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।





