अरब देशों में भेजते थे काले हिरण का मांस; इम्तियाज, जौहर और सलमान का खुलासा
संक्षेप: जून 2024 में इम्तियाज के मोबाइल से हिरण, चीतल और बारहसिंगा के शिकार से जुड़े फोटो और वीडियो मिले थे। अब उन्होंने कहा है कि काले हिरण के मांस को अरब देशों में भेजा जाता था और इसके लिए उन्हें मुंहमांगी कीमत मिलती थी।

3 दिसंबर 2024 को 65 किलो काले हिरण का मांस ले जाते हुए तीन आरोपी पकड़े गए थे, जिन्होंने मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और कान्हा नेशनल पार्क में शिकार करने की बात कबूल की थी। इसके बाद इम्तियाज, जौहर हुसैन और सलमान को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले जून 2024 में इम्तियाज के मोबाइल से हिरण, चीतल और बारहसिंगा के शिकार से जुड़े फोटो और वीडियो मिले थे। अब उन्होंने कहा है कि काले हिरण के मांस को अरब देशों में भेजा जाता था और इसके लिए उन्हें मुंहमांगी कीमत मिलती थी।
एसटीएसएफ को अहम जानकारी देते हुए आरोपियों ने बताया कि शिकार के बाद खरीदारों को यकीन दिलाने के लिए वे वन्यप्राणियों को काटते हुए फोटो और वीडियो बनाते थे। इन्हीं वीडियो के आधार पर गिरोह के बाकी सदस्य मांस और खाल की तस्करी करते थे। खाल, मांस और सींग अलग-अलग टीमों को सौंपे जाते थे, जो इनकी तस्करी को अंजाम देते थे।
दिसंबर में भोपाल से मुंबई जाते समय महू में तीन तस्करों के पास से 65 किलो काले हिरण का मांस बरामद किया गया था। इम्तियाज के मोबाइल से मिले फोटो और वीडियो को आधार बनाकर एसटीएसएफ ने एक और प्रकरण दर्ज किया। आरोपियों को सितंबर के तीसरे सप्ताह में रिमांड पर लिया गया था, जो 29 सितंबर को समाप्त हुई।
इम्तियाज, सलमान और जौहर हुसैन से अलग-अलग पूछताछ में उन्होंने बताया कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और कान्हा नेशनल पार्क में भी शिकार किया गया था, जहां वे सांभर और बारहसिंगा के लिए जाते थे। गिरोह के कुछ सदस्य भोपाल के अलावा मुंबई के माहिम, अंधेरी और भयंदर में सक्रिय हैं। जांच में कुछ वनकर्मियों की भूमिका भी सामने आई है।
अरब देशोमें भेजते थे मांस
तस्करों ने खुलासा किया कि शिकार के बाद वन्यप्राणियों को फार्म हाउस में काटकर पैक किया जाता था। इस मांस को अरब देशों में भी भेजा जाता था। इसके लिए पैकेजिंग पर विशेष ध्यान रखा जाता था। हिरण का मांस खाने के शौकीन लोग इसके लिए मुंहमांगा दाम चुकाते थे।
खिलाड़ी आमिर ने दी गन चलाने की ट्रेनिंग
तस्करों से शिकार के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली स्वीडिश गन और 12 बोर की बंदूक एसटीएसएफ ने बरामद की गई थी, जिन्हें फार्म हाउस में छिपाकर रखा गया था। इम्तियाज ने बताया कि स्वीडिश गन चलाना कठिन था और इसे आमिर ने सिखाया था, क्योंकि वह राष्ट्रीय स्तर का निशानेबाज है। फिलहाल आमिर भोपाल से फरार है और उसकी तलाश की जा रही है।
आरोपियों ने शिकार करने के लिए स्वीडन से करीब 50 लाख रुपये की बंदूकें भी मंगवाईं थीं, जो वो जंगली जानवरों के शिकार में उपयोग करते थे। गिरफ्तारी के बाद शिकार में इस्तेमाल की जाने वाली दो बंदूकें जब्त की थी। इनमें से एक विदेशी हथियार है। दूसरी बंदूक 12 बोर की थी वो इंडियन है। दोनों बंदूकें भोपाल के नजदीक फार्म हाउस परिसर से बरामद की गईं। यहां इन्हें गड्ढा खोदकर छिपाया गया था। कुछ कारतूस भी मिले थे ।
रिपोर्ट -हेमंत





