मऊगंज में जान गंवाने वाले ASI को मिलेगा शहीद का दर्जा, CM ने बताया आश्रितों को कितना मुआवजा
मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में भीड़ के हमले में जान गंवाने वाले एएसआई रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। साथ ही उनके आश्रितों को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि भी दी जाएगी। सीएम मोहन यादव ने कहा कि यह उनके बलिदान के प्रति श्रद्धा और सरकार के कर्तव्य का प्रकटीकरण है।

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में भीड़ के हमले में जान गंवाने वाले एएसआई रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। साथ ही उनके आश्रितों को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि भी जाएगी। सीएम मोहन यादव ने कहा कि यह उनके बलिदान के प्रति श्रद्धा, आस्था और राज्य सरकार के कर्तव्य का प्रकटीकरण है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में हुई दुर्घटना में कर्तव्य निर्वहन के दौरान जान गंवाने वाले एएसआई (25वीं बटालियन) रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्व. गौतम के आश्रितों को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने मीडिया को जारी संदेश में यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि शहीद रामचरण गौतम के पात्र उत्तराधिकारी को शासकीय सेवा में लिया जाएगा। यह उनके बलिदान के प्रति श्रद्धा, आस्था और राज्य सरकार की परंपरा व कर्तव्य का प्रकटीकरण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद रामचरण गौतम की कर्तव्य परायणता और उनका बलिदान चिर-स्मरणीय रहेगा। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में घायलों के इलाज के लिए उचित व्यवस्था की जा रही है।
बता दें कि शनिवार को मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में जमकर हंगामा हुआ। यहां पर शनि द्विवेदी नाम के युवक को आदिवासी परिवार के लोगों ने बंधक बनाकर जमकर मारपीट की जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस को जब इस बात की जानकारी हुई तो पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद आदिवासियों ने पुलिस बल सहित तहसीलदार पर भी हमला कर दिया और जमकर पत्थर बरसाए।
इस घटना में जहां ASI रामचरण गौतम की मौत हो गई वहीं तहसीलदार कुवारे लाल पनिका सहित 5 पुलिस कर्मी घायल हो गए। इस घटना में एक ASI और तहसीलदार बुरी तरह से घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।