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मंडी लोकसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच होगी कांटे की टक्कर

लोकसभा चुनाव 2019 में हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट पर इस बार भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। पिछली बार लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा ने पूर्व...

मंडी लोकसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच होगी कांटे की टक्कर
नई दिल्ली | लाइव हिन्दुस्तान टीम Tue, 14 May 2019 07:06 PM
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लोकसभा चुनाव 2019 में हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट पर इस बार भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। पिछली बार लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को 39856 वोटों से हराया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां से 9 उम्मीदवार मैदान में थे। 

मंडी लोकसभा सीट के अंतर्गत 17 विधानसभा सीटें :-  भरमौर, लाहौल और स्पीति, मनाली, कुल्लू, बन्‍जार, आनी, करसोग, सुन्‍दरनगर, नाचन, सिराज, दरंग, जोगिन्‍द्रनगर, मण्‍डी, बल्ह, सरकाघाट, रामपुर और किन्नौर आती हैं।

भाजपा ने जहां अपने मौजूदा सांसद रामस्वरूप शर्मा पर एक बार फिर भरोसा जताया है। वहीं कांग्रेस ने भाजपा सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है। मंडी संसदीय सीट से इस बार सबसे अधिक 17 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। हिमाचल में आगामी 19 मई को लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में वोट डाले जाएंगे।

परम्परागत रूप से मंडी लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। इस सीट से कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह दो बार सांसद रही हैं, फिलहाल यह सीट भाजपा के पास है। राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इसी संसदीय क्षेत्र के सिराज सीट से विधायक हैं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रतिष्ठा दांव पर

हिमाचल को पहली बार मुख्यमंत्री देने वाले मंडी संसदीय क्षेत्र में खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रतिष्ठा दांव पर है और वो पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा के सामने अपने दादा पंडित सुखराम तथा अपने पिता एवं भाजपा के विधायक अनिल शर्मा की विरासत को बचाने की दोहरी चुनौती है। पहले तो उनके लिए खुद को साबित करना सबसे बड़ी चुनौती है।

भाजपा सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है। आश्रय शर्मा पूर्व संचार मंत्री और राजनीति के चाणक्य पंडित सुखराम के पौत्र भी है, जिस दिन से बेटे और दादा कांग्रेस में शामिल हुए हैं, उसके बाद अनिल शर्मा को मंत्रिपद से इस्तीफा देना पड़ा तथा भाजपा के दबाव के कारण वो बेटे के लिए प्रचार नहीं कर पा रहे। फिलहाल कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा के पिता अनिल शर्मा बेटे के चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं। लेकिन उनकी पत्नी सुनीता बेटे के चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतर गईं हैं। वे कम आती हैं, लेकिन अक्सर अपने बेटे के चुनाव प्रचार में दिख जाती हैं।

जहां तक वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव की बात करे मंडी संसदीय सीट से भाजपा के रामस्वरूप शर्मा को 362824 और कांग्रेस की प्रतिभा सिंह को 322968 वोट मिले थे। अब अनिल शर्मा और भाजपा की इस कशमकश में देखना है कि दोनों ही कब तक सब्र बनाए रख पाते हैं और कौन किसको छोड़ने में पहल करता है। यह भविष्य के गर्भ में है।

मुख्य चुनाव अधिकारी देवेश कुमार के मुताबिक हिमाचल में आगामी 19 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए 1,52,390 मतदाता पहली बार अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें से 82,500 पुरुष व 69,880 महिला व 10 थर्ड जेंडर मतदाता है। जो प्रदेश में 45 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। वहीं मंडी में 2079 पोलिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं। 

2014 लोकसभा चुनाव में मंडी लोकसभा सीट की स्थिति

रामस्वरूप शर्मा (भाजपा)  : 3,62,824

प्रतिभा सिंह  (कांग्रेस)    : 3,22,968

कुशल भारद्वाज (माकपा) : 13965

नोटा                           :  6191 

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