लोकसभा चुनाव 2019: मोदी से मुकाबले की अजब चाहत, किराए पर लाए गए प्रस्तावक!
पीएम मोदी के मैदान में उतरने के कारण वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की लालसा कई प्रदेशों के लोगों को यहां तक खींच लायी है। हालत यह हो गई है कि दूसरे प्रदेशों से पहुंचे प्रत्याशियों...
पीएम मोदी के मैदान में उतरने के कारण वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की लालसा कई प्रदेशों के लोगों को यहां तक खींच लायी है। हालत यह हो गई है कि दूसरे प्रदेशों से पहुंचे प्रत्याशियों को प्रस्तावक भी नहीं मिल रहे हैं। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार कोई भी कहीं से भी चुनाव तो लड़ सकता है लेकिन उसके प्रस्तावक स्थानीय ही होने चाहिए। मंगलवार को एक प्रत्याशी के साथ पहुंची महिला प्रस्तावकों को अपने ही प्रत्याशी का नाम तक नहीं मालूम था।
रायफल क्लब में मंगलवार को दोपहर दो बजे एक प्रत्याशी आठ-दस महिलाओं के साथ नामांकन दाखिल करने पहुंचा। महिलाएं काफी वृद्ध थीं। प्रत्याशी के अंदर जाने के बाद जब महिलाअों से उनके प्रत्याशी का नाम और पता पूछा गया तो आठों में किसी को भी इसकी जानकारी नहीं थी। दिलचस्प यह कि सभी महिलाएं पड़ाव क्षेत्र की थीं और प्रत्याशी गोंडा का था। वह कैसे साथ चली आईं हैं पूछने पर बताया कि उनके साथ एक आदमी है। वही अपने खर्चे पर यहां लाया है।
वाराणसी से मंगलवार को नामांकन करने वालों में एर्नाकुलम केरल के आशीन यूएस, लातूर महाराष्ट्र के मनोहर आनन्द राव पाटिल, गोंडा के रितेश कुमार, आशुतोष कुमार पाण्डेय मोहम्मदाबाद गोहना मऊ के ईश्वर दयाल तथा नांदेड़ महाराष्ट्र के आसिफ खान हैं। हरिद्वार के सुनील कुमार, बेंगलुरु के बी. श्रीनिवासलु, लखनऊ के आरके तिवारी, फैजाबाद के बृजेन्द्र दत्त त्रिपाठी, वाराणसी के त्रिलोकी नाथ दुबे, शंकर प्रसाद, अरविंद सिंह चट्टान, रेयाजुद्दीन, मनोज कुमार मिश्रा, राजेन्द्र कुमार झा, छेदी लाल, महाराष्ट्र के भउरव के अरुण निटूरे, बिजनौर के परवेज अकील, बलिया के बिजेन्द्र प्रताप सिंह, मुंबई के रंजीत अशोक पटवा, भोजपुर बिहार के जितेन्द्र कुमार, हरियाणा के महेंद्रगढ़ के तेज बहादुर सिंह, कन्नौज के उमेश चन्द्र कटियार, जौनपुर के कमल चन्द सोनी तमिलनाडु के जीवन कुमार, तथा मिर्जापुर के जय प्रकाश भारती ने नामांकन पत्र हासिल किया।