फोटो गैलरी

Hindi News लोकसभा चुनावलोकसभा चुनाव 2019: अन्नाद्रमुक का घोषणापत्र जारी, गरीबों को 1500 रुपए हर माह देने का वादा

लोकसभा चुनाव 2019: अन्नाद्रमुक का घोषणापत्र जारी, गरीबों को 1500 रुपए हर माह देने का वादा

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक ने अपने घोषणापत्र में राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन पहल सहित कई लुभावनी योजनाओं का मंगलवार को ऐलान किया। यह पहल दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के नाम...

लोकसभा चुनाव 2019: अन्नाद्रमुक का घोषणापत्र जारी, गरीबों को 1500 रुपए हर माह देने का वादा
एजेंसी,चेन्नईTue, 19 Mar 2019 07:29 PM
ऐप पर पढ़ें

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक ने अपने घोषणापत्र में राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन पहल सहित कई लुभावनी योजनाओं का मंगलवार को ऐलान किया। यह पहल दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के नाम पर होगी। अपना चुनावी घोषणापत्र जारी करते हुए अन्नाद्रमुक के समन्वयक एवं तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने कहा कि पार्टी ''अम्मा राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन पहल (एएनपीईआई) को पूरे उत्साह से आगे बढ़ाएगी।

गरीबों को हर महीने 1500 रुपए देने का वादा
पार्टी ने कहा ''इस संबंध में अन्नाद्रमुक सरकार को पहले ही अनुभव हो चुका है और इसके आधार पर ही गरीबों तथा वंचितों की लक्षित आबादी को हर माह 1,500 रूपये सीधे उनके बैंक खातों में दिए जाएंगे। इसका कार्यान्वयन मुश्किल नहीं है।

इस लक्षित आबादी में गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोग, निराश्रित महिलाएं, बेसहारा विधवा, नि:शक्त लोग, भूमिहीन कृषि मजदूर तथा निराश्रित बुजुर्ग आदि होंगे। जयललिता को उनके समर्थक अम्मा कहते थे। सत्ताधारी दल ''ब्रांड अम्मा पहल के तहत लोकप्रिय अम्मा सब्सिडी वाले कैंटीन सहित कई कल्याणकारी योजनाएं चला रहा है।

अन्नाद्रमुक का घोषणा पत्र 
- एमजीआर राष्ट्रीय रोजगार योजना के तहत कामगार दिनों को बढ़ाया जाएगा।
- शिक्षण कर्ज को माफ किया जाएगा। 
- नीट परीक्षा को खत्म किया जाएगा। 
- तमिल भाषा को अदालतों व सरकारी दफ्तरों की आधिकारिक भाषा में शामिल किया जाएगा।
- गोदावरी और कावेरी नदियों को जोड़ने की केंद्र से मांग की जाएगी।
- श्रीलंका में गृहयुद्ध के दौरान हुए कथित युद्ध अपराधों की अंतरराष्ट्रीय जांच करवाने की मांग करेगी। 
- जिन दिनों मछलियां नहीं पकड़ी जा सकतीं मछुआरों को सरकार 7000 रुपये देगी।

राजीव हत्या के दोषियों को रिहा करने का वादा
अन्ना द्रमुक के घोषणापत्र में राजीव गांधी हत्याकांड के सात दोषियों की रिहाई पर जोर देने की बात भी कही गई है। वहीं द्रमुक ने भी अपने घोषणापत्र में राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा कराने का वादा किया है। द्रमुक इससे पहले भी कई बार राज्य सरकार और राज्यपाल से इस केस के दोषियों को रिहा करने की मांग कर चुकी है। अब घोषणा पत्र में इसका जिक्र किए जाने के बाद दक्षिण भारत की सियासत में विवाद शुरू हो गया है। 

तमिलनाडु के श्रीपेरंबदुर में 21 मई, 1991 को  एक मानव बम विस्फोट में राजीव गांधी की मौत हुई थी। इस मामले के दोषी पेरारिवेलन, मुरुगन, नलिनी, शांतन, रविचंद्रन, जयकुमार और रॉबर्ट प्यास करीब तीन दशक से जेल में हैं। सितंबर 2018 में तमिलनाडु सरकार ने एक प्रस्ताव पारित कर राज्यपाल को भेजा था, जिसके मुताबिक, मामले में जेल में बंद दोषियों को रिहा करने की अनुमति मांगी गई थी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें