फोटो गैलरी

Hindi News लोकसभा चुनावनवरात्र : हिन्दू नववर्ष पर 137 साल बाद विशेष संयोग

नवरात्र : हिन्दू नववर्ष पर 137 साल बाद विशेष संयोग

विक्रमी संवत्सर 2076 शनिवार से शुरू हो रहा है। हिन्दू नववर्ष में 137 साल बाद शनि, बृहस्पति और केतु  का विशेष संयोग बन रहा है। इससे समाज के दलित, शोषित, महिला और निर्बल वर्गों को कई शासकीय...

नवरात्र : हिन्दू नववर्ष पर 137 साल बाद विशेष संयोग
लाइव हिन्दुस्तान, देहरादून। संजय बिंजोला Sat, 06 Apr 2019 05:36 PM
ऐप पर पढ़ें

विक्रमी संवत्सर 2076 शनिवार से शुरू हो रहा है। हिन्दू नववर्ष में 137 साल बाद शनि, बृहस्पति और केतु 
का विशेष संयोग बन रहा है। इससे समाज के दलित, शोषित, महिला और निर्बल वर्गों को कई शासकीय अधिकार प्राप्त होंगे।  उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डा.चंडीप्रसाद घिल्डियाल का कहना है कि 29 मार्च की रात्रि से देवगुरु बृहस्पति अपनी मूल त्रिकोण राशि धनु में प्रवेश कर चुके हैं। जहां पहले से ही शनि व केतु विराजमान है। ग्रहों की यह स्थिति 137 साल बाद बन रही है। जो 25 अप्रैल 2019 तक रहेगी। राइंका आईडीपीएल में संस्कृत के प्रवक्ता डा. घिल्डियाल बताते है कि ग्रहों में शनि निर्बल वर्गों व महिलाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। मंगल सैन्य शक्ति का परिचायक है। नवरात्र में बन रही ग्रह स्थिति से सभी वर्गों का शासन प्रशासन में दबदबा बढ़ेगा। महिलाएं देश में महत्वपूर्ण पदों पर कब्जा जमाने में सफल होंगी। 

 

घटस्थापना शुभ मुहूर्त: आचार्य घिल्डियाल बताते हैं कि नवरात्र में घटस्थापना का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 54 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक है। लेकिन शास्त्रों में दैवीय कार्यों के लिए ब्रह्म मुहूर्त श्रेष्ठ माना जाता है। इसलिए सुबह 5:10 से 6:44 तक घटस्थापना का शुभ मुहूर्त है। वहीं 13 अप्रैल को दुर्गाष्टमी और 14 अप्रैल को नवमी में देवी विसर्जन शुभफलदायी होगा। 

 

नवरात्र पर सज गए बाजार: आज से शुरू हो रहे नवरात्र को लेकर दून में बाजार पूरी तरह से सज चुके हैं। लोगों ने पूजन सामग्री की की खरीदारी के साथ ही घरों और मंदिरों में पूजा अर्चना की तैयारियां शुरू कर दी हैं। हनुमान चौक स्थित पूजन सामग्री विक्रेता विक्रांत ने बताया कि लोग मां दुर्गा के चित्रों के साथ ही पूजा, शृंगार के सामानों की खरीदारी कर रहे हैं।  
 
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें