हाल ही में अनुष्का शर्मा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक तस्वीर शेयर की है , सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। फोटो में अनुष्का शर्मा शीर्षासन करती नजर आ रही हैं और विराट कोहली उनकी मदद कर रहे हैं। इस फोटो को देखकर सोशल मीडिया पर मिले-जुले रिएक्शन्स देखने को मिल रहे हैं। जहां एक ओर कई लोग अनुष्का के इस हेल्दी अंदाज को पसंद कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अनुष्का की शीर्षासन वाली फोटो पर कई मीम भी बन रहे हैं। ऐसे में सोशल मीडिया की दुनिया से अलग सभी के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या प्रेगनेंसी के समय शीर्षासन किया जा सकता है या इसके सेहत को खतरा हो सकता है। आइए, जानते हैं इससे जुड़ी कुछ खास बातें-
प्रेगनेंसी के दौरान योग के फायदे
योगा ट्रेनर प्रियंका सिंह के अनुसार प्रेगनेंसी के दौरान योग को फायदेमंद माना जाता है क्योंकि योग में सांस लेने की प्रक्रिया शरीर को अधिक ऑक्सीजन प्रदान करती है, जो गर्भावस्था के दौरान बेहद जरूरी है। साथ ही योग करने के बाद गर्भ में पल रहे बच्चे को ऑक्सीजन से भरपूर खून का लाभ भी मिलता है। बावजूद इसके गर्भवती महिलाओं को योगासन के कुछ निश्चित पोज करते समय संयम बरतना चाहिए, खासकर इन्वर्जन वाले पोज करते वक्त वरना बच्चे को नुकसान होने का खतरा हो सकता है। उन महिलाओं को गर्भावस्था में योग करने से परहेज करना चाहिए, जो गर्भाधारण से पहले कभी योग नहीं करती थीं या फिर जिन्हें प्रैक्टिस न हो। सबसे खास बात यह है कि प्रेगनेंसी के दौरान योगा एक्सपर्ट के बिना या अकेले योग करने से बचें। प्रेगनेंसी के दौरान हर कोई बैलेंस नहीं बना पाता।
शुरुआती तीन महीने में न करें कोई आसन, रखें सावधानी
प्रेगनेंसी के शुरुआती 3 महीनों में मिसकैरेज का खतरा सबसे अधिक होता है इसलिए इस दौरान गर्भवती महिला को किसी भी तरह का रिस्क लेने से बचना चाहिए और इसमें योग और वर्कआउट जैसी चीजें भी शामिल हैं। अगर आपने पहले कभी योग न किया हो तो प्रेगनेंसी के दौरान प्रीनेटल योगा क्लासेज प्रेगनेंसी के तीन महीने गुजर जाने के बाद ही जॉइन करें और इस दौरान भी उस तरह का योग न करें जिसमें पेट पर किसी तरह का दबाव पड़ता हो। ऐसे में डॉक्टर की सलाह और योग एक्सपर्ट की देखरेख में योग आसानी से किया जा सकता है।
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